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टेलीकॉम ऑपरेटर रिलायंस जियो और भारती एयरटेल बहुत ही तेजी से अपने 5G सर्विस का विस्तार करने में लगी है। इसी क्रम में सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की मदद से पूरे देश में 1 लाख साइटों में 4G सर्विस लॉन्च करने जा रही है। बीएसएनएल को 1 लाख साइटों में टीसीएस इक्विपमेंट के साथ काम करने के लिए बोर्ड की मंजूरी मिल गई है। टीसीएस लंबे समय से बीएसएनएल के साथ काम कर रही है। दोनों कंपनियां मिलकर देश में इंडीजीनस 4G नेटवर्क लॉन्च करने जा रही हैं।
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24,556.37 करोड़ रुपये के इक्विपमेंट देगी TCS
भले ही बोर्ड ने 4G सर्विस की लॉन्चिंग के लिए मंजूरी दे दी है, लेकिन अभी कई और कदम उठाए जाने हैं। ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीएसएनएल जल्द ही दूरसंचार विभाग (DoT) को अपने बोर्ड के फैसले के बारे में बताएगी। उसके बाद, दूरसंचार विभाग मार्च की शुरुआत में मंत्रियों के समूह (GOM) से संपर्क करेगा ताकि उपकरण के लिए टीसीएस को खरीद आदेश जारी करने की मंजूरी मिल सके। दोनों कंपनियों के बीच समझौते के तहत टीसीएस, बीएसएनएल को कुल 24,556.37 करोड़ रुपये की 4G इक्विपमेंट देगी।
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थर्ड पार्टी भी होगी समझौते में शामिल
इस समझौते के तहत टीसीएस अगले 10 साल तक बीएसएनएल के नेटवर्क को मेंटेन करेगी। टीसीएस के बीएसएनएल को दिए जाने वाले नेटवर्क इक्विपमेंट की कुल लागत 13,000 करोड़ रुपये होगी। इस समझौते में थर्ड पार्टी भी शामिल होंगी। इसमें तेजस नेटवर्क इक्विपमेंट का निर्माण करेगा, जबकि टीसीएस सिस्टम इंटीग्रेटर (SI) के रूप में काम करेगी। 2022 के अंत में, टीसीएस और आईटीआई लिमिटेड ने बीएसएनएल के इंडीजीनस 4G नेटवर्क को स्टैबलिश करने के लिए अपनी बोली लगाई थी। बता दें नेटवर्क की खरीद में आईटीआई का 20 पर्सेंट रिजर्व है।
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