Home Education & Jobs BTech और इंजीनियरिंग डिप्लोमा के इन छात्रों को अच्छे पैकेज वाली नौकरी दिलाएगा AICTE

BTech और इंजीनियरिंग डिप्लोमा के इन छात्रों को अच्छे पैकेज वाली नौकरी दिलाएगा AICTE

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BTech और इंजीनियरिंग डिप्लोमा के इन छात्रों को अच्छे पैकेज वाली नौकरी दिलाएगा AICTE

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बीटेक की सिविल, मैकेनिकल समेत कोर ब्रांच इंजीनियरिंग के मेधावियों को अब एआईसीटीई अच्छे पैकेज पर देश ही नहीं, विदेशों में भी नौकरी दिलाएगा। इसके लिए काउंसिल ने प्लेसमेंट पोर्टल बनाया है, जिसका शुभारंभ अगस्त में किया जाएगा। पोर्टल में 1800 देश-विदेश की कंपनियां जुड़ी हैं। फिलहाल इसका लाभ रूरल इलाकों के इंजीनियरिंग कॉलेजों को मिलेगा। यह बात एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो. टीजी सीताराम ने कही। कहा, इस साल देश में 200 नए इंजीनियरिंग कॉलेज खुल रहे हैं।

प्रो. सीताराम ने बताया कि देश में 3600 इंजीनियरिंग कॉलेज और 500 डिप्लोमा कॉलेज हैं। पहले चरण में प्लेसमेंट पोर्टल से 1000 कॉलेजों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि एआईसीटीई के वैज्ञानिक प्रो. बुद्धाचंद्रशेखर ने अनुवादिनी टूल विकसित किया है।

जिसका इस्तेमाल केरल हाईकोर्ट ने शुरू भी कर दिया है। वहां कई फैसले मलयालम भाषा में भी दिए गए हैं। उनके मुताबिक इंजीनियरिंग का क्रेज बढ़ रहा है। यह जरूर है कि कोर ब्रांच की मांग कम हुई है। उसे बढ़ाने के लिए प्लेसमेंट पर जोर दिया जा रहा है। सभी छात्रों के लिए इंटर्नशिप अनिवार्य कर दी गई है ताकि पढ़ाई के साथ इंडस्ट्री का अनुभव भी मिल सके।

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बोले-आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) भविष्य नहीं, वर्तमान है। इसलिए एआई का उपयोग बढ़ाना ठीक है। इसके लिए कमेटी भी बनाई है जो एआई के प्रचार-प्रसार को लेकर रिपोर्ट देगी। इंजीनियरिंग कॉलेज की संबद्धता और सीटों का अलॉटमेंट को लेकर उन्होंने कहा कि मानक के अनुसार निर्धारित समय पर सूची जारी की जाती है।

इंजीनियरिंग कॉलेजों को फ्री देंगे अनुवादिनी

प्रो. सीताराम ने बताया कि अनुवादिनी टूल 13 सेकेंड में 500 पेज का अनुवाद कर सकता है। यह 22 भाषाओं में काम करता है। जल्द इस अनुवादिनी को काउंसिल से संबद्ध सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों को निशुल्क दिया जाएगा ताकि वे मातृभाषा में स्टडी मैटेरियल का अनुवाद कर सकें। अनुवादिनी को गूगल की तरह जल्द सार्वजनिक करने पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोर ब्रांच में छात्रों की और नॉन-कोर ब्रांच में शिक्षकों की कमी है जिसे दूर करने के लिए क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम शुरू किया गया है जिसकी मदद से कोर ब्रांच के शिक्षकों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस आदि का जानकार बनाया जा सकेगा।

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