Friday, July 5, 2024
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Budget 2024: बिहारी परिधान में बजट पेश करने पहुंचीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, जानें इसकी खासियत


Patna:

Budget 2024: बजट पेश होने के दिन जहां देशभर में ज्यादातर लोगों की निगाहें बजट पर होती हैं, वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण खास मौकों पर दुनिया को पारंपरिक भारतीय परिधान और हैंडलूम साड़ियां आदि दिखाने के लिए जानी जाती हैं. बता दें कि गुरुवार को जब निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करने आईं तो उन्होंने एक बार फिर अपने अनोखेपन से सभी को चौंका दिया. वहीं इस बार निर्मला सीतारमण का बिहार प्रेम भी दिखा. दरअसल, निर्मला सीतारमण नीली पत्ती वाली प्रिंटेड साड़ी में नजर आईं. उन्होंने टसर साड़ी पहनी हुई है. टसर साड़ी बिहार की पारंपरिक साड़ियों में से एक मानी जाती है। टसर साड़ियों का क्रेज सिर्फ बिहार में ही नहीं बल्कि पूर्वी भारत के सभी राज्यों जैसे बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड आदि में है. खासकर भागलपुरी तसर सिल्क साड़ियों की वैश्विक पहचान है, इस बार निर्मला ने इस खास दिन के लिए इस तसर सिल्क साड़ी को चुना. हालांकि, निर्मला सीतारमण की ओर से इस पर कुछ नहीं कहा गया है कि उन्होंने जो टसर साड़ी पहनी थी, वह बिहार में बनी थी या नहीं.

आपको बता दें कि अंतरिम बजट 2024 के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नीली पत्ती वाली प्रिंटेड साड़ी में नजर आई थीं. ऐसा माना जाता है कि नीला रंग शांति, स्थिरता, प्रेरणा, ज्ञान और विश्वास का प्रतीक है. इसे शांत रंग भी माना जाता है जो सुकून देता है। साथ ही नीला रंग आकाश के समान अनंत बताया गया है, यानी जैसे नीले आसमान की कोई सीमा नहीं होती, वैसे ही इस रंग की भी कोई सीमा नहीं होती, इसलिए निर्मला सीतारमण ने छठी बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड बनाते हुए नीली टसर सिल्क साड़ी पहनकर खास संदेश दिया. वहीं कांथा वर्क इस साड़ी को और भी खूबसूरत बना रहा है.

कांथा काम  

आपको बता दें कि कांथा कढ़ाई में धागों से प्राकृतिक रंग और फूल-पत्तियों को डिजाइन किया जाता है. यह मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल की पारंपरिक शैली है. बंगाल में कांथा का मतलब कपड़े का टुकड़ा होता है. इसलिए कांथा कढ़ाई में धागों से प्राकृतिक दृश्यों और फूल-पत्तियों को डिजाइन किया जाता है. बता दें कि निर्मला सीतारमण ने जो टसर सिल्क साड़ी पहनी थी, उसे भी उसी कांथा वर्क या कांथा कढ़ाई का आकर्षक लुक दिया गया था. वहीं नीले रंग की टसर सिल्क साड़ी में पत्तियों पर सुनहरे कांथा का काम किया गया है. पारंपरिक टसर सिल्क साड़ी अपने सुनहरे रंग के लिए जानी जाती है, इसके अलावा यह साड़ी अपने बॉर्डर की वजह से भी देशभर में काफी मशहूर है.

छह साल में छह रंगों से संदेश 

इसके साथ ही आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का अंतरिम बजट पेश किया. बता दें कि इसको मिलाकर वित्त मंत्री का यह लगातार छठा बजट भाषण था. साल 2019 के बाद से हर बजट के दौरान निर्मला सीतारमण की साड़ियां एक नई कहानी पेश करती थीं. साल 2019 में भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुलाबी साड़ी पहनकर बजट पेश किया था. गुलाबी रंग स्थिरता और गंभीरता का प्रतीक माना जाता है, वहीं साल 2020 में निर्मला सीतारमण ने पीले रंग की साड़ी पहनी थी जो उत्साह और ऊर्जा का प्रतीक है. वहीं 2021 के आम बजट के दौरान वह लाल रंग की साड़ी पहने नजर आईं थी, जो शक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है. उस समय यह लाल और क्रीम का मिश्रण था. 

आपको बता दें कि साल 2022 में बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री ने भूरे रंग की साड़ी पहनी थी. यह रंग सुरक्षा का प्रतीक है. पिछले साल 2023 में निर्मला सीतारमण ने लाल और काले रंग की साड़ी में बजट पेश की थी. यह रंग वीरता और शक्ति का प्रतीक है. अब उन्होंने शांति, स्थिरता, प्रेरणा, ज्ञान और विश्वास के प्रतीक नीले रंग की साड़ी में साल 2024 का अंतरिम बजट पेश किया है. 



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