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Which cancers are more dangerous: कैंसर का नाम सुनते ही हर कोई डर जाता है. यह इतनी खतरनाक बीमारी है कि इसका पता अगर जल्दी ना लग पाए तो काफी लोगों की जान चली जाती है. कई तरह के कैंसर होते हैं और सभी शरीर के कई अंगों पर अटैक करते हैं. उन्हें प्रभावित करते हैं, आपको बुरी तरह से कमजोर बना देते हैं. ऐसे में कैंसर के लक्षणों को जितनी जल्दी पहचान लिया जाए, इलाज उतना ही सफल साबित हो सकता है. आजकल, कैंसर के भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कम उम्र के लोग भी इस खतरनाक बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. जानते हैं कौन से कैंसर होते हैं अधिक खतरनाक और किस उम्र के लोग आ रहे हैं इसकी चपेट में…
कौन से कैंसर बढ़ रहे हैं?
आजकल 50 साल से कम उम्र के लोगों में कैंसर के मामले बढ़ते जा रहे हैं. खासकर ब्रेस्ट कैंसर, लिंफोमा और कोलन (आंत) कैंसर के मामलों में ज्यादा बढ़ोतरी देखी जा रही है. इसके अलावा, कुछ और कैंसर जैसे टेस्टिकुलर, किडनी और पैंक्रियाज कैंसर के मामले भी बढ़ रहे हैं, लेकिन इनके मामले अभी कम हैं.
कैंसर के कारण क्या हैं?
कैंसर होने के पीछे की सही वजह अभी पूरी तरह साफ नहीं है, लेकिन विशेषज्ञ लगातार इस पर रिसर्च कर रहे हैं. अगर किसी को लंबे समय तक थकान, वजन का अचानक कम होना, लंबे समय से चल रही सूजन, शरीर के किसी हिस्से में गांठ, लगातार दर्द या खून आना जैसे लक्षण दिखें, तो इन्हें नजरअंदाज नहीं करें, क्योंकि ऐसे लक्षण कैंसर के संकेत हो सकते हैं.
आंतों से जुड़ी दिक्कतें कोलन कैंसर का एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकती हैं. जब किसी व्यक्ति के पेट या टॉयलेट से जुड़ी आदतों में कोई अजीब बदलाव आता है, जैसे मल का रंग काला हो जाना, उसमें खून दिखाई देना, तो ये चिंताजनक संकेत हो सकते हैं. पिछले एक दशक में अमेरिका और दुनिया भर में कोलन कैंसर के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह बढ़ोतरी पर्यावरणीय और खानपान संबंधी बदलावों से जुड़ी हो सकती है. हालांकि, इसका सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है.
वजन कम होने को भी ना करें इग्नोर
अगर किसी व्यक्ति का वजन बिना किसी कारण के अचानक कम होने लगे, तो यह चिंता की बात हो सकती है. इसके साथ ही थकान महसूस होना या नींद का पैटर्न बदल जाना भी ऐसे संकेत हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. ये लक्षण आमतौर पर किसी गंभीर बीमारी के नहीं होते, लेकिन कभी-कभी ये कैंसर जैसे रोग की शुरुआत के संकेत हो सकते हैं. अगर आपका वजन बिना कोशिश के कम हो रहा है या खाने की इच्छा नहीं हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए.
-त्वचा पर अगर कोई नई या बदलती हुई चीज दिखाई दे, तो यह स्किन कैंसर जैसे मेलानोमा का शुरुआती संकेत हो सकता है. अगर त्वचा पर कोई दाग, गांठ या रंग में बदलाव नजर आए, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए.
-पेशाब में खून आना भी एक समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे कि किडनी या ब्लैडर की बीमारी. महिलाओं में पीरियड्स के बीच में खून आना या शारीरिक संबंध के बाद खून आना यह सर्वाइकल या एंडोमेट्रियल कैंसर का संकेत हो सकता है. ऐसे लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर से जांच करानी चाहिए.
-रात में बहुत ज्यादा पसीना आए, बुखार, कंपन या कमजोरी महसूस हो, तो यह भी चिंता की बात हो सकती है. ये लक्षण लिम्फोमा नाम के कैंसर से जुड़े हो सकते हैं. यह एक ऐसा कैंसर है, जो शरीर के प्रतिरोधक तंत्र को प्रभावित करता है. शरीर में गांठ या सूजन दिखाई दे तो डॉक्टर की तुरंत सलाह लें.
ये लक्षण भी कैंसर की तरफ करते हैं इशारा
-बिना वजह शरीर का कोई हिस्सा नीला पड़ना, बार-बार इंफेक्शन होना या बहुत थकावट महसूस होना, ये ल्यूकेमिया (खून का कैंसर) के लक्षण हो सकते हैं.
अगर हड्डियों में दर्द या शरीर में अजीब तकलीफ हो तो यह सारकोमा नाम के कैंसर का संकेत हो सकता है.
-आंखों की रोशनी में बदलाव, सिरदर्द या पीठ में दर्द दिमाग या रीढ़ की हड्डी के कैंसर की निशानी हो सकते हैं.
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