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CBSE Board Exam 2024: चाहे आपने परीक्षा के लिए कितनी भी अच्छी तैयारी क्यों न की हो, लेकिन जब तक आप अपने उत्तर को शब्दों के माध्यम से आंसर शीट पर नहीं उतारेंगे, तब तक कोई नहीं मानेगा कि आपने कितनी तैयारी की है। अगर आप फाइनल बोर्ड परीक्षा में ऐसा नहीं कर पाएंगे तो समझ लीजिए, आपकी सारी मेहनत, नॉलेज सब बेकार चली जाएगी, लेकिन एक मिनट रुकिए, हम आपके साथ ऐसा बिल्कुल भी नहीं होने देंगे। जो छात्र इस साल कक्षा 10वीं-12वीं की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, उन्हें हम बताने जा रहे हैं, परीक्षा में सही उत्तर लिखने का क्या तरीका है और किन बातों का ध्यान रखना है, साथ ही किन गलतियों से बचना है।
– प्रश्न पत्र को मिलने वाले 15 मिनट का उपयोग सही से करें।
सीबीएसई अपने छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में प्रश्न पत्र को पढ़ने के लिए 15 मिनट देता है। छात्रों को प्रश्नों के उत्तर लिखने से पहले प्रश्नों को ठीक से पढ़ने की सलाह दी जाती है, जिसके बाद वह वह सोच सकते हैं कि किस प्रश्न का जवाब सही से आता है और किसका नहीं। इस दौरान छात्र अपने मन में उत्तर लिखने की एक प्लानिंग कर सकते हैं और पॉइंट्स सोच सकते हैं। ऐसे में वह बिना घबराए छात्र पेपर में सही ढंग लिख सकेंगे।
– तय करना जरूरी, पहले क्या करें और क्या नहीं
सीबीएसई कभी नहीं कहता है कि आपको सीरीज वाइज प्रश्नों के उत्तर लिखने हैं। ऐसे में आप तय कर सकते हैं कि किस प्रश्न को पहले हल करना है और किसे बाद में। छात्र उन प्रश्नों की लिस्ट बना सकते हैं, जिनमें आप श्योर हैं। ऐसा करने से आपको आत्मविश्वास हासिल करने में मदद मिलेगी और आपको अन्य सवालों के जवाबों के बारे में सोचने के लिए पर्याप्त समय निकालने में भी मदद मिलेगी जो आपके दिमाग में थोड़े धुंधले हैं।
– शब्द सीमा का ध्यान रखें
किसी प्रश्न को ध्यान से पढ़ें और प्रश्न का भाव समझने की कोशिश करें। अपने उत्तर की शब्द सीमा को प्रश्न की आवश्यकता तक सीमित रखने का प्रयास करें और बिना मतबल के बड़े पैराग्राफ लिखने से बचें।
उदाहरण के लिए: यदि आपसे प्रश्न पूछा जाता है – “मिट्टी के कटाव को परिभाषित करें”, तो आपको मिट्टी के कटाव की परिभाषा लिखने के लिए कहा जाता है, न कि इसके कारणों या प्रभावों को, जो कि अधिकांश छात्र अपने उत्तर को लंबा बनाने के लिए लिखते हैं। दरअसल, अधिकांश छात्रों के बीच यह मिथक है कि जितना लंबा उत्तर दिया जाएगा, उन्हें उतना अधिक अंक मिलेंगे। लेकिन ऐसा कोई लॉजिक नहीं है। परीक्षक केवल सही उत्तर की तलाश करता है, कहानियों की नहीं।