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चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय कैंपस और संबद्ध शोध केंद्रों पर कल यानी सात जनवरी को प्रस्तावित प्री-पीएचडी कोर्स वर्क परीक्षा अब 11 जनवरी को पूर्व निर्धारित केंद्र एवं पाली में होगी। विवि ने सात जनवरी को राजस्थान और अन्य राज्य में नियुक्ति को होने वाले पेपर के चलते प्री-पीएचडी के एक पेपर में बदलाव किया है। विवि के अनुसार प्री-पीएचडी कोर्सवर्क में नौ जनवरी का पेपर यथावत रहेगा। इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। शुक्रवार को विवि में प्री-पीएचडी कोर्स की शुरुआत हो गई।
कैंपस में पीजी एनईपी के पेपर 12 से
विवि कैंपस में एमए, एमएससी पीजी एनईपी कोर्स में प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर परीक्षाएं 12 जनवरी से होंगी। 10 से एक और दो से पांच बजे तक दो पाली में प्रस्तावित इस परीक्षा का कार्यक्रम वेबसाइट पर अपलोड हो गया है। पेपर 27 जनवरी तक चलेंगे।
चुनौती मूल्यांकन का परिणाम जारी
विवि ने एमबीबीएस, एमडीएस, एलएलएम, बीसीए सहित विभिन्न कोर्स में चुनौती मूल्यांकन का परिणाम जारी कर दिया है। विवि के अनुसार चुनौती मूल्यांकन में अधिकांश छात्रों के नंबर में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
12 जनवरी तक करें कोर्स में बदलाव
कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कैंपस स्थित कोर्स में प्रस्तावित बदलाव को 12 जनवरी तक पूरे करने के निर्देश दिए हैं। कैंपस में जो नए कोर्स शुरू होने हैं उनकी भी बोर्ड ऑफ स्टडीज (बीओएस) कराने को कहा है।
एमएससी फिजिक्स तृतीय सेमेस्टर में गलत प्रश्न
कॉलेजों में जारी विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं में एमएससी फिजिक्स में तीसरे सेमेस्टर के दस नंबर का सवाल गलत आया है। 2022 में भी पेपर में यही सवाल सही आया था, जबकि शुक्रवार को हुए पेपर में यह गलत आया। संख्या बदलने से पूरा सवाल गलत हो गया। पूर्व महामंत्री अंकित अधाना के अनुसार छात्रों ने सवाल पर आपत्ति जताई है। रजिस्ट्रार धीरेंद्र वर्मा के अनुसार जांच करते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी।
को-कुरिकुलर में सुबह फेल, शाम को पास
बीए प्रथम सेमेस्टर बैक के रिजल्ट में सुबह फेल हुआ छात्र शाम को पास हो गया। छात्र को को-कुरिकुलर विषय में 44 नंबर के बावजूद फेल दर्शाया था। पेपर में 40 नंबर पास होने के लिए जरुरी हैं। सूचना मिलने के बाद विवि ने छात्र का रिजल्ट अपडेट करते हुए पास दर्शा दिया। छात्रों ने को-कुरिकुलर पेपर पर सवाल उठाए हैं। छात्रों के अनुसार अधिकांश फेल इसी पेपर में हैं, जबकि यह पेपर क्वालीफाइंग है। छात्रों ने विवि से फेल छात्रों की कॉपियों का फिर से मूल्यांकन कराने की मांग की है।