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चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में मार्च में प्रस्तावित वार्षिक मुख्य परीक्षाएं इस साल सबसे कम समय में पूरी होंगी। लोकसभा चुनाव में पेपर नहीं टकराए तो मात्र 35 दिनों में मुख्य परीक्षाएं हो जाएंगी। चुनाव की स्थिति में यह 40-45 दिनों तक चल सकती हैं। विवि में यह पहली बार होगा जब मुख्य परीक्षाएं 35 से 40 दिन की अवधि में अप्रैल में ही खत्म हो जाएंगी। मुख्य परीक्षाएं दो पालियों में होगी, जो अभी तक तीन पालियों में कराई जाती थी। विवि का दावा है कि 30 जून तक विवि वार्षिक परीक्षा के अधिकांश परिणाम भी जारी कर देगा।
अभी 11 मार्च से प्रस्तावित हैं पेपर
विवि के अनुसार वर्तमान में मुख्य परीक्षाएं 11 मार्च से प्रस्तावित हैं, जो 14 अप्रैल तक चलेंगी लेकिन बैक पेपर रिजल्ट नहीं आने से विवि के लिए 11 मार्च से पेपर शुरू करना चुनौतीपूर्ण है। विवि अगले हफ्ते तक मुख्य परीक्षाएं एक हफ्ते पीछे हटाने की घोषणा कर सकता है। विवि प्रशासन के अनुसार बावजूद इसके परीक्षाएं मात्र 35 दिनों में पूरी कर ली जाएंगी। बीते वर्षों में यह मई के आखिरी हफ्ते तक चलती थीं।
इसलिए कम समय, दो पालियों में होंगे पेपर
विवि के अनुसार परीक्षा के कम समय और दो पालियों में सबसे बड़ा कारण स्नातक रेगुलर का एनईपी सेमेस्टर सिस्टम में जाना है। पीजी रेगुलर भी सेमेस्टर सिस्टम हैं। ऐसे में विवि की मुख्य परीक्षाओं में यूजी-पीजी प्राइवेट, रेगुलर एक्स, एकल और श्रेणी सुधार के ही विद्यार्थी शामिल हैं। इससे छात्रों की संख्या कम हुई है। यही वजह है कि विवि ने छात्र संख्या के हिसाब से परीक्षा कार्यक्रम को संक्षिप्त कर दिया है।
एनईपी के प्रैक्टिकल अंक अपलोड करें कॉलेज
विवि ने कॉलेजों से स्नातक एनईपी में द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर के प्रैक्टिकल-वायवा के अंक अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। विवि के अनुसार प्रैक्टिकल-वायवा अंक नहीं मिलने से रिजल्ट जारी नहीं हो पा रहे हैं। विवि ने अंक नहीं देने वाले कॉलेजों की सूची भी वेबसाइट पर जारी कर दी है।