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चौधरी चरण सिंह विवि ने स्नातक पंचम सेमेस्टर के साथ प्रथम सेमेस्टर के बैक फॉर्म भरने वाले छात्रों को झटका दे दिया है। ऐसे छात्र दोनों सेमेस्टर के पेपर एकसाथ नहीं दे पाएंगे। विवि प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के प्रवेश पत्र जारी नहीं करेगा। विवि के अनुसार पंचम सेमेस्टर के साथ प्रथम सेमेस्टर का बैक फॉर्म भरने की अनुमति नहीं थी, लेकिन छात्रों ने ये फॉर्म भर दिए। विवि के अनुसार जिन छात्रों ने प्रथम एवं पंचम सेमेस्टर के दोनों परीक्षा फॉर्म एकसाथ भरे हैं वे केवल पंचम सेमेस्टर के पेपर ही दे सकेंगे। हालांकि प्रथम सेमेस्टर में जमा की गई फीस छठे सेमेस्टर के साथ समायोजित कर दी जाएगी।
दोषी कंपनी भी, कॉलेज नहीं देंगे फीस
विवि ने दो सेमेस्टर के परीक्षा फॉर्म नहीं भरने के नियम संबंधित कंपनी को भी दिए थे। बावजूद इसके कंपनी ने पोर्टल खोल दिया और छात्र फॉर्म भरते रहे। पूरे मामले में कंपनी भी दोषी है। विवि ने छात्रों की फीस समायोजित करने का आश्वासन दिया है, लेकिन कॉलेज अपनी फीस वापस नहीं करेंगे। कॉलेजों ने प्रत्येक छात्र से 235 रुपये लिए हैं। पूर्व महामंत्री अंकित अधाना के अनुसार विवि कंपनी पर कार्रवाई करने के साथ-साथ कॉलेजों को भी फीस वापस लौटाने के आदेश दें। वहीं, विनीत चपराना ने विवि से स्पेशल बैक परीक्षा फॉर्म जारी करने की मांग की है।
ब्लूटूथ से नकल करते पकड़े गए छात्र
प्रो.शिवराज सिंह पुंडीर के नेतृत्व में डॉ.विनय कुमार, डॉ.शैलेंद्र, डॉ.सुंदरपाल की टीम ने एएस कॉलेज सिकंदराबाद में दो छात्रों को ब्लूटूथ से नकल करते पकड़ा है। जांच में दोनों छात्रों के पास से ब्लूटूथ डिवाइस भी बरामद की गई है। विवि ने छात्रों पर यूएफएम में कार्रवाई कर दी है।