Chandra Grahan Dosh Upay: इस साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च को लगने वाला है. बता दें कि इस साल का प्रथम चंद्र ग्रहण फाल्गुन पूर्णिमा के दिन लगने वाला है. इसका सूतक काल ग्रहण लगने के नौ घंटे पहले से शुरू हो जाता है. मान्यता है कि इस दौरान कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए. यहां तक कि खाना बनाना या खाना, सोना भी वर्जित है. हालांकि, यह चंद्र ग्रहण देश में नजर नहीं आएगा, लेकिन इसे ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, उत्तर, पूर्व एशिया, उत्तरी, दक्षिण अमेरिका आदि में दिखाई देगा. वैसे, सूर्य ग्रहण हो या फिर चंद्र ग्रहण, इनका प्रभाव व्यक्ति के राशि, जन्मतिथि, कुंडली के अनुसार पड़ता है. ऐसे में लोग एक-दूसरे को सावधानियां बरतने की सलाह देते हैं. भोपाल के ज्योतिषाचार्य एंव हस्तरेखाशास्त्री विनोद सोनी पौद्दार कहते हैं कि कई बार ग्रहों की दशा ऐसी होती है कि उसके आधार पर लोगों को ग्रहण दोष भी लगता है. वैसे तो ग्रहण को प्राचीन काल से ही शुभ घड़ी माना जाता है और जीवन पर इसका मंगल प्रभाव पड़े, इसकी कामना की जाती है. चलिए जानते हैं क्या है कुंडली में चंद्र ग्रहण दोष और निवारण के उपायों के बारे में ज्योतिषाचार्य एंव हस्तरेखाशास्त्री विनोद सोनी पौद्दार से.
क्या है चंद्र ग्रहण दोष
जब राहु या केतू की युति चंद्र के साथ होती है तो चंद्र ग्रहण दोष शुरू हो जाता है. कहने का अर्थ ये है कि चंद्र के साथ राहु और केतू का नकारात्मक गठन, चंद्र ग्रहण दोष कहलाता है. इसका प्रभाव अलग-अलग राशि के लोगों पर अलग तरीके से पड़ता है. जो व्यक्ति मीन राशि का होता है और कुंडली में चंद्र की युति राहु या केतू के साथ स्थित हो जाए तो ग्रहण दोष के कारण स्वत: बन जाते हैं. ऐसे व्यक्तियों पर इसके प्रभाव अधिक गंभीर हो सकते हैं. आपकी कुंडली में चंद्र ग्रहण दोष है या नहीं, इसका पता आप ज्योतिष के जरिए जन्मकुंडली से लगा सकते हैं. कुंडली में राहु और केतू की दशा का पता लगाकर चंद्र ग्रहण दोष जान सकते हैं.
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चंद्र ग्रहण दोष के निवारण के उपाय
कई बार ये ग्रहण जीवन में भयानक दोष लेकर आते हैं. ऐसे में दोष निवारण के उपाय करना जरूरी हो जाता है. तो चलिए जानते हैं चंद्र ग्रहण दोष को दूर करने के उपायों के बारे में यहां.
1. अपने पूजा घर में आप श्रीयंत्र खरीद कर रखें. माना जाता है कि श्रीयंत्र चंद्र ग्रहण दोष को समाप्त करने के लिए सबसे अच्छा होता है. इस यंत्र को पूर्व दिशा की तरफ रखें. इसके साथ ही प्रत्येक दिन ओम श्रीम महालक्ष्मी श्रीम ह्रीम श्रीम नमाय’ का 108 बार जप करेंगे तो काफी लाभ प्राप्त होगा.
2. जो भी जातक चंद्र ग्रहण दोष से परेशान हैं, वे चंद्र ग्रहण या फिर सूर्य ग्रहण के दौरान, सात तरह के अन्न लोगों में जरूर बांटें. अच्छे कर्म करना और दान देने से दोष दूर होता है, साथ ही हर दिन, ‘ॐ श्रीम महालक्ष्मी श्रीम ह्रीम श्रीम नमाय’ का 108 बार दिन में दो बार जाप करें.
चंद्र ग्रहण दोष के परिणाम
चंद्र ग्रहण दोष का निवारण ना किया जाए तो व्यक्ति को इसके कई बुरे परिणाम झेलने पड़ सकते हैं. इससे व्यक्ति परेशान रहता है. दूसरों पर दोष लगाता रहता है. उसकी मां के सुख में भारी कमी आ जाती है. उसमें सम्मान में कमी आ जाती है. हर तरह की समस्याओं से व्यक्ति घिर जाता है. साथ ही स्वास्थ्य सम्बंधी दिक्कतें भी आती हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 13, 2024, 13:57 IST