Charles Sobhraj Love Story एक ऐसा शख्स जिसने अपनी आकर्षक शख्सियत से 12-25 लोगों की हत्या की, उन्हें ड्रग्स दिया है, उनका इस्तेमाल किया है और फिर उन्हें जिंदा जला दिया वह अब जेल से आजाद होने वाला है। हम एक ऐसे अपराधी की बात कर रहे हैं जिसके गुनाहों की कहानी सुनकर आप की रूह कांप जाएगी। हम बात कर रहे हैं फ्रांस के सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज की। कैसे एक हैंडसम आदमी दुनिया के सबसे शातिर सीरियल किलर में शुमार हो गया। चार्ल्स शोभराज का पूरा नाम हैचंद भौनानी गुरमुख चार्ल्स था। वह बचपन से ही बहुत होशियार था लेकिन उसने इस तेज दिमाग का इस्तेमाल पढ़ाई में नहीं बल्कि चोरी और अन्य अपराधों में किया। इस वजह से चार्ल्स को स्कूल में कोई पसंद नहीं करता था।
19 साल बाद आजाद होगा चार्ल्स शोभराज, अपराध की दुनिया का ‘सर्पेंट’ ऐसे बना ‘बिकिनी किलर’
उसके माता-पिता हमेशा सोचते थे कि जैसे-जैसे वह बड़ा होगा, वह सही रास्ते पर आ जाएगा। टीनएज किसी भी व्यक्ति के जीवन का एक ऐसा पड़ाव होता है कि अगर हम गलत रास्ते पर चले गए तो हमारी जिंदगी बर्बाद हो सकती है और चार्ल्स के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। बचपन में किए गए वे छोटे-छोटे अपराध बड़ी साजिशों में तब्दील हो रहे थे। चार्ल्स का आपराधिक सफर तब शुरू हुआ था जब वह अपनी किशोरावस्था में था। उसे पहली बार तब जेल हुई थी जब वह 19 साल का था। उसने अवैध तरीके से पेरिस की एक इमारत में प्रवेश करने की कोशिश की थी।
19 साल की उम्र में चार्ल्स ने अंडरवर्ल्ड में घूमना शुरू कर दिया
19 साल की उम्र में, उसने पेरिस के अंडरवर्ल्ड में घूमना शुरू कर दिया था। 19 साल की उम्र में, जब चार्ल्स को जेल हुई थी तो वहीं से उसकी पूरी जिंदगी पलट गई। उसे अपने इरादों को पूरा करने के लिए एक दिशा मिली। जेल में, उसकी मुलाकात फेलिक्स डी’स्कोग्ने से हुई, जो एक अमीर जेल वॉलंटियर (स्वयंसेवक) था। चार्ल्स की ऐसी शख्सियत थी कि उस पर कोई भी विश्वास कर सकता था।
इसके साथ ही चार्ल्स अपनी जोड़-तोड़ की तकनीक सीखने के लिए कार्ल जंग जैसे इतिहास, मनोविज्ञान, कानून और दर्शन के कई लेखकों को पढ़ता था। इसलिए चार्ल्स ने इन तकनीकों की मदद से फेलिक्स को अपने जाल में फंसा लिया और वह फेलिक्स का घनिष्ठ मित्र बन गया। वह उसके इतने करीब हो गया, कि फेलिक्स ने चार्ल्स को जेल से भागने में मदद की और बाद में, फेलिक्स चार्ल्स का रूममेट बन गया। अब चूंकि फेलिक्स इतने ऊंचे पद पर था, उसका नेटवर्क भी बहुत बड़ा था और वह बहुत सारे उच्च वर्ग के समाज के सदस्यों के संपर्क में था, यही कारण है कि चार्ल्स के लिए उच्च वर्ग की पार्टियों में जाना बहुत आसान हो गया था। इसी ने उसके लिए अंडरवर्ल्ड से संपर्क करने का रास्ता खोल दिया।
पार्टियों में जाने के बाद चार्ल्स वहां के लोगों को बेवकूफ बनाता और उनसे गहने चुराता, उनसे पैसे चुराता था। ऐसे ही एक पार्टी में उसकी मुलाकात पेरिस की एक महिला से हुई जिससे उसने शादी कर ली। उसने अपनी बातों से महिला को अपना दीवाना बना लिया था। इस लड़की को इस बात की जरा भी भनक नहीं थी कि उसने एक खतरनाक अपराधी से शादी की है।
चार्ल्स सोभराज के प्यार में पागल थी सेंटाल
दरअसल शोभराज ने जिस लड़को को अपने चुंगल में फंसाया था उसका नाम सेंटाल था। सेंटाल एक खूबसूरत लड़की थी जो अपने माता-पिता के साथ रहती थी। हालांकि सेंटाल के माता-पिता को चार्ल्स पसंद नहीं था क्योंकि वह एक परिवार रूढ़िवादी से थे। चार्ल्स ने सेंटाल को बताया था कि वह वियतनाम के शहर साइगॉन के एक धनी परिवार से है। उसके बोलने का अंदाज बिलकुल किवियों की तरह था। सेंटाल से दोस्ती होने के कुछ दिन बाद चार्ल्स शोभराज फिर से जेल चला गया लेकिन सेंटाल अब चार्ल्स के प्यार में इतना डूब चुकी थी कि वह जेल में भी उससे मिलने जाने लगी। हालांकि अभी तक सेंटाल को चार्ल्स के काम धंधे के बारे में कुछ भी पता नहीं था। कुछ दिनों बाद सेंटाल को महसूस हुआ कि वह गर्भवती हो चुकी है तो उसी समय चार्ल्स ने उसको लेकर यूरोप छोड़ने का निर्णय लिया। वह पूरी एशिया के देशों जैसे चीन, जापान में जालसाजी का काम करता था जहां से वह पूरे फ्रांस में नकली चेक के जरिए धोखाधड़ी का काम करता था। यूरोप छोड़ने से पहले चार्ल्स शोभराज को अपने दोस्त फेलिक्स की कार चुराने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। और जैसे ही वह जेल से छूटा, वह और उसकी पत्नी एशिया भाग गए।
अब आप सोचेंगे, एशिया ही क्यों?
चार्ल्स का मानना था कि एशिया के कानून इतने सख्त नहीं हैं और यहां उन्हें चुप कराने के लिए किसी भी पुलिस अधिकारी को पैसा दिया जा सकता है। यही मुख्य कारण है कि वह एशिया आया और यहां उसने ऐसे अपराध किए जिन्हें सुनने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे। इस समय के दौरान, जब वह पूर्वी यूरोप में यात्रा कर रहा था, उस समय उसने अपने अपराध पोर्टफोलियो में एक नया खंड जोड़ा, जिसे कॉन्फिडेंस स्कैम्स कहा जाता है।
अब, कॉन्फिडेंस स्कैम क्या हैं? इसमें चार्ल्स एक यात्री बनता था और अपने शिकार को खोजता था, और इसका मुख्य स्थान ग्रीस के बीचेस या अफगानिस्तान के हिप्पी ट्रेल होते थे। वह इन जगहों पर जाकर यात्रियों से बातचीत शुरू करता था और बातचीत शुरू करने से पहले वह उन लोगों को अच्छे से परखता था कि वे किस विषय पर बात कर रहे हैं। चार्ल्स उनके पास जाकर उसी विषय पर बात करता था ताकि वह पूरी तरह से उनसे घुल मिल सके और उनका विश्वास हासिल करें।
चार्ल्स को लाशें या खून पसंद नहीं था लेकिन…
एक बार उनका भरोसा हासिल कर लेता तो फिर वह उन्हें लूटता था। यह लूट कोई साधारण चोरी नहीं थी जहां डकैती केवल पैसे के लिए की जाती हो, बल्कि मुख्य उद्देश्य पहचान की चोरी थी। अन्य सीरियल किलर के विपरीत, चार्ल्स को लाशें या खून पसंद नहीं था, लेकिन उसे अपना एडवेंचर सबसे ज्यादा पसंद था। चार्ल्स से मिलने के 2-3 दिन बाद यात्री को पता चलता था कि उनके पैसे, जेवरात और पासपोर्ट जैसी जरूरी चीजें गायब हैं। वहीं दूसरी तरफ चार्ल्स दूसरे देश में किसी दूसरे व्यक्ति को लूटने की तैयारी कर होता था।
अपनी फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर चार्ल्स 1970 में बंबई आ गया जहां वह एक बेटी का पिता बना। लेकिन, अपनी बेटी के पैदा होने के बाद भी चार्ल्स क्राइम इंडस्ट्री को नहीं छोड़ सका और अपना खर्च चलाने के लिए चोरी, जुआ, तस्करी जैसे अपराध करता था। चार्ल्स ने एक बार होटल अशोका में कार और एक आभूषण की दुकान से भी चोरी की जिसके लिए उसे पकड़ लिया गया।
भारत से भागने में सफल रहा था शोभराज
लेकिन जैसा कि हमने आपको बताया, चार्ल्स का व्यक्तित्व ऐसा था कि वह आसानी से किसी को भी प्रभावित कर लेता था, इसलिए जेल से बाहर आना उसके लिए कोई बड़ी बात नहीं थी। कभी अपनी बीमारी का झांसा देता था तो कभी गड्ढा खोदकर जेल से बाहर निकलने की कोशिश करता था। उसने गार्ड को नशीला पदार्थ भी दिया और भागने की कोशिश की। यहां से भागकर वह अपने पिता से पैसे लेकर पत्नी के साथ काबुल चला गया जहां उसका एक ही मकसद था बंदूकों की तस्करी। यहां भी वह पूरी ताकत से अपना अपराध करने लगा और एक बार फिर पकड़ा गया। लेकिन, जैसा कि मैंने आपको बताया कि चार्ल्स का व्यक्तित्व बहुत ही आकर्षक था, जिसके कारण वह एक बार फिर जेल से बाहर आ गया।
इस बार चार्ल्स की पत्नी ने उसे छोड़ने का फैसला लिया और वह अपनी बेटी को लेकर फिर से फ्रांस चली गईं। क्योंकि शोभराज ने इतनी फर्जी पहचान बना ली थी कि अब हर जेल में उसकी एक अलग पहचान थी और उसे पहचानना लगभग नामुमकिन था। वह दुनिया का मोस्ट वांटेड बनने से बस कुछ ही कदम दूर था। अपनी पत्नी के जाने के बाद चार्ल्स को एक नया साथी मिला जिसका नाम था आंद्रे जो उसका अपना भाई था।
अपने भाई का सगा नहीं हुआ चार्ल्स
इन दोनों भाइयों ने मिलकर इस्तांबुल में कई अपराध किए, जिसके बाद इन्हें एथेंस में गिरफ्तार कर लिया गया। वहां, चार्ल्स ने आंद्रे को चार्ल्स की तरह नाटक करने को कहा और उसने पुलिस स्टेशन में आग लगा दी और फिर से भाग निकला। आखिर ऐसा व्यक्ति किसी का कैसे सगा हो सकता है। आंद्रे अब 18 साल तक जेल में बंद था और चार्ल्स एक बार फिर से एक आजाद आदमी था।
तो अब आप समझ गए होंगे कि वह कोई साधारण अपराधी नहीं था, वह एक साइको अपराधी था जो किसी भी हद तक जाने को तैयार था। एथेंस की जेल से भागते समय, वह थाइलैंड गया जहां उसकी मुलाकात एक बहुत ही सुंदर कनाडाई लड़की से हुई जिसका नाम मैरी-आंद्रे-लेक्लर्क था। चार्ल्स उसे सेड्यूस करता था। धीरे-धीरे वह उसकी दीवानी हो गई। ऐसे ही और दीवाने बनाने के लिए, चार्ल्स ने एक नया चोर खेल शुरू किया। थाइलैंड में उसकी मुलाकात अजय चौधरी से हुई, जहां वह युवा पर्यटक लड़कियों से मिलता था और उन्हें नशीला पदार्थ देकर उनको बेहोश कर देता था। उन्हें शिकार बनाता था और अपने घर द कानिट हाउस में रखता था।
चार्ल्स किसी शैतान की तरह था जो लड़कियों का सारा सामान चुरा लेता था, और कभी-कभी उन्हें जिंदा जला देता था या बेरहमी से पानी में डुबो देता था। उसने एक युवा जोड़े को अपने जाल में फंसा लिया और उन्हें जिंदा जला दिया था। डोमिनिक नाम का एक युवा यात्री था जिसे चार्ल्स ने दवा दी थी और जब वह वहां से जाना चाहता था, तो चार्ल्स ने उससे कहा, “मैं अपने दोस्तों को जाने नहीं देता, अब तुम मेरे भाई हो, और तुम कहीं नहीं जा सकते।”
चार्ल्स सीरियल किलर कैसे बना?
चार्ल्स सीरियल किलर कैसे बना? क्या यह बचपन का सदमा था जिसका उसने सामना किया? उसके माता-पिता ने कभी शादी नहीं की और जैसे ही चार्ल्स का जन्म हुआ, कुछ ही दिनों में उसके पिता ने उसे छोड़ दिया जिससे चार्ल्स बहुत परेशान था। वह कई बार अपने पिता को याद करते हुए चिल्लाता था और सड़कों पर निकल जाता था। तो ऐसा माना जाता है कि इस आघात के कारण चार्ल्स एक सीरियल किलर बन गया। इस डरावने सीरियल किलर ने कई इंटरव्यू दिए और उनके इंटरव्यू के आधार पर हम कह सकते हैं कि इस व्यक्ति में कोई भावना नहीं थी।
उसके एक साक्षात्कार के अनुसार, चार्ल्स ने कहा, “मेरे लिए जो बेस्ट है उसे मैंने पहले ही अतीत में जी लिया है और वही मुझे वर्तमान में जीने और भविष्य के लिए तैयार करने में मदद करता है।” उसने रिचर्ड नेविल से कहा, “अगर मैं किसी मर्डर को याद करता हूं, तो यह देखता हूं कि मैंने उससे क्या सीखा है। मैं शव तो तो नोटिस भी नहीं करूंगा।” उसकी ये बातें सुनने के बाद ऐसा लगता है कि ये मर्डर उसके लिए कुछ भी नहां था। केवल 12-25 हत्याओं की खबरें आई हैं, लेकिन हकीकत कोई नहीं जानता।