Home World Chinese Spy Balloon: चीन के जासूसी गुब्‍बारे ने जुटाई अमेरिकी सेना के बारे में खुफिया जानकारियां, क्‍या खतरे में है अमेरिका?

Chinese Spy Balloon: चीन के जासूसी गुब्‍बारे ने जुटाई अमेरिकी सेना के बारे में खुफिया जानकारियां, क्‍या खतरे में है अमेरिका?

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Chinese Spy Balloon: चीन के जासूसी गुब्‍बारे ने जुटाई अमेरिकी सेना के बारे में खुफिया जानकारियां, क्‍या खतरे में है अमेरिका?

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वॉशिंगटन: चीन का जासूसी गुब्‍बारा जो अमेरिका के कई राज्‍यों के ऊपर से गुजरा था, वह कई संवेदनशील अमेरिकी मिलिट्री बेसेज से इंटेलीजेंस जुटाने में कामयाब रहा है। अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन और उनके प्रशासन की तरफ से इस जासूसी गुब्‍बारे को रोकने की तमाम कोशिशें नाकामयाब रह गईं। अमेरिका के सीनियर अधिकारियों और प्रशासन के एक पूर्व सीनियर अधिकारी के हवाले से एनबीसी न्‍यूज ने यह जानकारी दी है। चीनी जासूसी गुब्‍बारे को संवेदनशील बैलेस्टिक मिसाइल साइट मोंटाना के ऊपर भी उड़ता हुआ देखा गया है। इस पूरे मामले से चीन ने यह कहकर पल्‍ला झाड़ लिया था कि वह कोई जासूसी गुब्‍बारा नहीं है बल्कि एक नागरिक जहाज है जिसे रिसर्च के लिए भेजा गया।

चीन को मिली इंटेलीजेंस
मोंटाना में भी जासूसी गुब्‍बारा देखा गया था और यह जगह मिसाइल टेस्टिंग की साइट है। तीन अमेरिकी अधिकारियों की तरफ से बताया गया कि चीन गुब्‍बारे को नियंत्रित कर सकता था। ऐसे में यह गुब्‍बारा कई ऐसी साइट्स से उड़ा है जो संवेदनशील हैं। इस गुब्‍बारे ने इन जगहों से जानकारियों को इकट्ठा किया और फिर रियल टाइम पर चीन को ये इंटेलीजेंस मुहैया कराईं।
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इन अधिकारियों की मानें तो जो इंटेलीजेंस चीन को मिली है वह ज्‍यादातर इलेक्‍ट्रॉनिक सिग्‍नल्‍स के जरिए भेजी गई है। इस इंटेलीजेंस को किसी भी हथियार सिस्‍टम या फिर कम्‍यूनिकेशंस सिस्‍टम से हासिल किया जा सकता है। इसके लिए किसी भी तरह की तस्‍वीरों की कोई जरूरत नहीं होती है। अधिकारियों के मुताबिक जो अंदाजा लगाया जा रहा है, चीन ने शायद उससे कहीं ज्‍यादा जानकारियां हासिल कर ली हैं।

रक्षा विभाग ने दोहराया बयान
इस पूरे मामले पर अमेरिकी रक्षा विभाग ने फरवरी में दिए गए बयान को ही दोहराया है। इस बयान में कहा गया था कि चीनी सरकार की तरफ से इंटेलीजेंस जुटाने के मकसद से जो गुब्‍बारा भेजा गया था उसकी सीमाएं आंकी नहीं जा सकती हैं। रक्षा विभाग की मानें तो इंटेलीजेंस इकट्ठा करने के लिए चीन लो अर्थ ऑर्बिट में मौजूद सैटेलाइट का भी प्रयोग करने में सक्षम है।
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चीन ने बार-बार यही कहा कि यह गुब्बारा एक मानवरहित नागरिक जहाज था जो गलती से रास्ता भटक गया था। अधिकारियों ने यह नहीं बताया है कि गुब्बारा किस कंपनी, विभाग या संगठन का था। फरवरी में गुब्बारे को अमेरिकी वायुसेना ने एफ-22 से इस गुब्‍बारे को ढेर कर दिया था। इसके बाद बाइडेन प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि गुब्‍बारा सिग्‍नल इंटेलीजेंस इकट्ठा करने में सफल था।

अलास्‍का से हुआ दाखिल

चीनी जासूसी गुब्‍बारा एक आत्‍म-विनाश तंत्र से लैस था जिसे हो सकता है चीन ने किसी दूसरी जगह से सक्रिय किया था। अधिकारियों ने कहा है कि हालांकि इस बारे में अभी स्‍पष्‍ट तौर पर कुछ नहीं किया जा सकता है। उनका कहना है कि गुब्‍बारे का सिस्‍टम या तो खराब था या फिर चीन ने इसे ट्रिगर नहीं करने का फैसला किया था। बाइडेन प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि गुब्बारा पहली बार 28 जनवरी को अलास्का के ऊपर अमेरिकी हवाई क्षेत्र में दाखिल हुआ था। उस समय प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि वह इसे ट्रैक कर रहा है। अगले चार दिनों के अंदर गुब्‍बार मिसाइल साइट मोंटाना पहुंच गया था।

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