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कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए सरकार ने CoWIN पोर्टल लॉन्च किया था, जिसकी मदद से संक्रमण से बचने से लेकर वैक्सिनेशन स्लॉट बुक करने जैसे काम बेहद आसान हो गए थे। सोमवार सुबह सामने आया है कि इस पोर्टल पर रजिस्टर्ड यूजर्स का पर्सनल डाटा लीक हुआ है और मेसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर उपलब्ध है। अब सरकार ने साफ किया है कि इस प्लेटफॉर्म से किसी भी नागरिक का डाटा लीक नहीं हुआ है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने डाटा लीक से जुड़ी खबरों का खंडन करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने साफ किया है कि टेलीग्राम पर जो डाटासेट शेयर किया जा रहा है, वह पुराना है और पहले चोरी या लीक हुए डाटा से जुड़ा है। यानी कि नागरिकों को घबराने की जरूरत नहीं है और उनका पर्सनल डाटा पूरी तरह सुरक्षित है। केंद्रीय मंत्री ने नेशनल डाटा गवर्नेंस पॉलिसी के बारे में भी बात की।
कोविन से डाटा लीक होने का दावा, टेलीग्राम पर आसानी से किया जा सकता है सर्च
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट में दी जानकारी
राजीव चंद्रशेखर ने एक ट्वीट में लिखा कि सोशल मीडिया पर कोविन डाटा लीक होने से जुड़ी कई रिपोर्ट्स के चर्चा में आने के बाद CERT-In टीम ने इस मामले की जांच की। इस जांच के बाद पता चला है कि एक टेलीग्राम बॉट फोन नंबर एंटर करने पर उस नंबर से जुड़ी जानकारी दिखा रहा था। इस बॉट की ओर से शेयर किया जा रहा डाटा ऐसे डाटाबेस से जुड़ा था, जो पहले हुए किसी डाटा लीक या डाटा चोरी का डाटा दिखा रहा है।
मंत्री ने लिखा कि कोविन ऐप के डाटाबेस में सीधे तौर पर सेंध लगाई गई है, ऐसा नहीं है। उन्होंने बताया कि नेशनल डाटा गवर्नेंस पॉलिसी फाइनलाइज कर ली गई है और इसके साथ डाटा स्टोरेज, ऐक्सेस और सिक्योरिटी स्टैंडर्ड्स के लिए एक कॉमन फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा।
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