चटगांव में हालात खतरनाक
यह टिप्पणी बांग्लादेश के मौसम कार्यालय द्वारा अपना नवीनतम विशेष मौसम बुलेटिन जारी करने के बाद की गई है। इसमें दक्षिणपूर्वी चट्टगांव और कॉक्स बाजार के समुद्री बंदरगाहों को ‘बहुत खतरनाक संकेतक नंबर आठ’ की घोषणा के लिए कहा गया है। मौसम विभाग ने कहा कि ‘‘बेहद खतरनाक चक्रवाती तूफान मोचा ’’ उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है, जिसके कारण 175 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने इससे पहले शुक्रवार को सप्ताहांत में 2-2.5 मीटर ऊंची लहर उठने की आशंका जताई थी, जिससे उत्तरी म्यांमार के निचले इलाकों के साथ-साथ बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में बाढ़ आने के साथ ही भूस्खलन की भी आशंका है।
रोहिंग्या शरणाथियों को बचाने की कोशिश
म्यांमार के पश्चिमी तट से हजारों लोग भाग गए हैं और बांग्लादेश में अधिकारियों ने शनिवार को रोहिंग्या शरणार्थियों को निकालने के लिए जान लगा दी है। एक दशक से अधिक समय तक इस क्षेत्र में सबसे शक्तिशाली चक्रवात बंगाल की खाड़ी में चला गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, चक्रवात मोचा की वजह से 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। कॉक्स बाजार, जहां करीब दस लाख रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में रहते हैं, जो बड़े पैमाने पर अस्थिर आश्रयों से बने हैं। वहीं, म्यांमार के पश्चिमी रखाइन तट पर सितवे के बीच लैंडफॉल बनाने से पहले इसके कमजोर होने की उम्मीद है।
साल 2008 के बाद सबसे बड़ा तूफान
शनिवार को म्यांमार सितवे के निवासियों ने कारों, ट्रकों और टुकटुक में संपत्ति और पालतू जानवरों को इकट्ठा करके दूसरी जगह के लिए बढ़ गए। सितवे के करीब 150,000 लोगों ने शहर में दुकानें और बाजार बंद हो गए, कई स्थानीय लोगों ने मठों में शरण ली है। साल 2008 में म्यांमार में तूफान आया था जिसने दक्षिणी म्यांमार में 130,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी। राज्य मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि म्यांमार के जुंटा अधिकारी रखाइन तट के पास के गांवों से निकासी की निगरानी कर रहे थे। म्यांमार एयरवेज इंटरनेशनल ने कहा कि रखाइन राज्य के लिए उसकी सभी उड़ानें सोमवार तक निलंबित कर दी गई हैं।
बहुत ही खतरनाक है तूफान
डब्ल्यूएमओ के प्रवक्ता क्लेयर नुलिस ने जिनेवा में एक प्रेसवार्ता में कहा, ‘‘यह एक बहुत ही खतरनाक चक्रवात है और … यह तेज हवाओं से जुड़ा है … चक्रवात के दस्तक देने और उसके बाद लाखों लोगों पर काफी प्रभाव होगा।’’ मौसम विज्ञानियों ने कहा कि चक्रवात से बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी सीमावर्ती कॉक्स बाजार के प्रभावित होने की आशंका है, जहां 10 लाख से अधिक रोहिंग्या शरणार्थी रहते हैं। उनमें से अधिकांश म्यांमा में 2017 की सैन्य कार्रवाई के बाद पड़ोसी देश बांग्लादेश भागकर आ गए थे।