हाइलाइट्स
शराब और कैफीन जैसे ड्रिंक्स डिहाइड्रेशन के कारण बन सकते हैं.
कच्चे केले में बड़ी मात्रा में स्टार्च होता है जो इसे पचाने में मुश्किल बनाता है.
जंक और प्रोसेस्ड फूड से भी बचना चाहिए.
Winter Health Tips: सर्दियों के मौसम में हमारी दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो जाती है. कई लोग ठंड के कारण देर से उठते हैं और कुछ तो अपनी सुबह की सैर या नियमित एक्सरसाइज भी छोड़ देते हैं. पानी का सेवन, खान-पान से लेकर दिन में शारीरिक गतिविधि तक, सर्दियों में सब कुछ प्रभावित हो जाता है, जिससे कब्ज होने की संभावना भी बढ़ जाती है. विशेष रूप से युवाओं में जंक और प्रोसेस्ड फूड के सेवन में वृद्धि के साथ कब्ज तेजी से आम होता जा रहा है. सर्दियों में फिजिकल एक्टिविटी की कमी से यह स्थिति और खराब हो जाती है. लेकिन हम यहां आपको ऐसे खानों के बता रहे हैं जिससे बचने से आपमें कब्ज की समस्या ना होने के साथ-साथ आपका सेहत भी तंदुरुस्त रहेगा.
1. ये ड्रिंक्स होते हैं डिहाइड्रेशन का कारण
सर्दियों के मौसम में लोग पानी पीना कम कर देते हैं. औसत पानी की खपत को याद करना इस मौसम में काफी आसान होता है. यहां तक की लोगों को इस मौसम में यह याद भी नहीं रहता कि वह पानी पीना भूल गए हैं. इससे डिहाइड्रेशन भी हो सकता है और डिहाइड्रेशन कब्ज बनाने में प्रमुख कारण होता है. इसके साथ ही सर्दियों के मौसम में नियमित रूप से या अधिक मात्रा में सेवन करने पर शराब और कैफीन जैसे ड्रिंक्स डिहाइड्रेशन के कारण बन सकते हैं.
2. प्रोसेस्ड अनाज
उच्च फाइबर सामग्री वाले खाद्य पदार्थ पाचन के लिए अच्छे होते हैं और अत्यधिक प्रोसेस्ड अनाज जैसे सफेद ब्रेड और चावल में फाइबर सामग्री की कमी होती है, जिससे वे कई लोगों में कब्ज का कारण बनते हैं.
3. कच्चा केला
केले को पाचन के लिए बहुत अच्छा माना जाता है लेकिन अगर कच्चा खाया जाए तो यह कब्ज पैदा कर सकता है. अच्छी तरह से पके हुए केले में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो कब्ज के इलाज में मदद कर सकती है. लेकिन एक कच्चे केले में बड़ी मात्रा में स्टार्च होता है जो इसे पचाने में मुश्किल बनाता है और कब्ज का कारण बनता है.
4. डेयरी उत्पाद
दुनिया में बहुत से लोगों में लैक्टोज की काफी कमी होती है. यह एक एंजाइम है जो दूध और दूध उत्पादों को पचाने में मदद करता है. लैक्टोज इंटॉलरेंस के सामान्य लक्षण दस्त और गैस हैं लेकिन कई छोटे बच्चों और वयस्कों को साइड इफेक्ट के रूप में भी कब्ज का अनुभव होता है.
पढ़ें- परीक्षा के समय तनाव में स्टूडेंट्स के लिए नया ब्रेन सुपरफूड बना अखरोट, रिसर्च में हुआ साबित
5. जंक फूड और फास्ट फूड
पिज्जा, आइसक्रीम, बर्गर, चिप्स और बिस्कुट सहित कई फास्ट फूड में बहुत कम फाइबर के साथ उच्च नमक/चीनी और उच्च वसा सामग्री होती है. फाइबर पाचन के लिए आवश्यक है और इसकी कमी हमेशा ऐसी बीमारियों का कारण बनती है जो उचित बदलाव न किए जाने पर और भी बदतर हो जाती हैं. फास्ट फूड न केवल कब्ज का कारण बनता है बल्कि कई अन्य गंभीर बीमारियों जैसे मधुमेह, हृदय रोग और फैटी लीवर को भी ट्रिगर करता है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Fitness, Food, Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : December 19, 2022, 07:58 IST