Sunday, February 23, 2025
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Dashrath Mahal Ayodhya: बेहद विशाल और रंगीन है अयोध्या का दशरथ महल, जानें क्या है इतिहास और खासियत


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Dashrath Mahal Ayodhya: अयोध्या नगरी में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो चुका है। जिसकी प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को रखा गया है। अयोध्या को श्री राम की नगरी कहा जाता है। अयोध्या में राम मंदिर के अलावा कई फेमस मंदिर, घाट और महल मौजूद हैं। जिनके बारे में एक्सप्लोर करके आपको कई रोचक बातें जानने के लिए मिल सकती हैं। अयोध्या में मौजूद ऐसे ही एक महल का नाम है दशरथ महल। आइए जानते हैं क्या है अयोध्या में मौजूद दशरथ महल का इतिहास और खासियत। 

दशरथ महल का इतिहास-

अयोध्या का दशरथ महल एक प्रसिद्ध सिद्ध पीठ है। जहां देखने के लिए कई चीजें मौजूद हैं। बता दें, दशरथ महल हनुमान गढ़ी से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। मान्यताओं के अनुसार राजा दशरथ ने त्रेता युग में इस महल की स्थापना की थी। इस पौराणिक महल का कालांतर में कई बार जीर्णोद्धार भी किया गया। दशरथ महल को बड़ा स्थान या बड़ी जगह के नाम से भी जाना जाता है। वर्तमान समय में दशरथ महल अब एक पवित्र मंदिर के रूप में बदल चुका है। जहां भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, शत्रुघ्न और भरत की प्रतिमाएं स्थापित हैं। मान्यता है कि चक्रवर्ती राजा दशरथ अपने रिश्तेदारों के साथ यहां रहते थे।

दशरथ महल में क्या है खास-

माना जाता है कि दशरथ महल को ठीक उसी जगह बनाया गया है जहां राजा दशरथ का असली निवास हुआ करता था। इस भवन के मंदिर में श्री राम,लक्ष्मण और सीता की मूर्तियां लगी हुई है। इस मंदिर का प्रवेश द्वार बहुत बड़ा और रंगीन है। इस परिसर में काफी संख्या में जमा होकर श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते रहते हैं। दशरथ महल में राम विवाह, दीपावली, श्रावण मेला, चैत्र रामनवमी और कार्तिक मेला बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस महल में चक्रवर्ती महाराजा दशरथ अपने रिश्तेदारों के साथ रहते थे। 

कब तक खुला रहता है दशरथ महल-

अयोध्या के बीचों-बीच स्थित दशरथ महल दर्शनार्थियों के लिए सुबह 8:00 बजे से लेकर 12:00 बजे तक और शाम 4:00 बजे से लेकर रात्रि 10:00 बजे तक मंदिर खुला रहता है।

कब होती है आरती-

दशरथ महल में सुबह 6:00 से 7:00 के बीच और रात्रि 9 से 10 के बीच में आरती होती है।

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