नई दिल्ली :
Diabetic Care Atta: मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए, रोटी बनाने के लिए वे किस प्रकार के आटे का उपयोग करते हैं यह बहुत महत्वपूर्ण है. डॉक्टर उन्हें अधिक प्रोटीन और कम गेहूं खाने की सलाह देते हैं. आइए जानें कि मधुमेह वाले लोगों के लिए कौन सा आटा सबसे अच्छा विकल्प है. मधुमेह रोगियों के लिए आटे का चुनाव करते समय, रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करने वाले आटे का चयन करना महत्वपूर्ण है.
1. जौ का आटा:
जौ का आटा फाइबर से भरपूर होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है.
यह ग्लूटेन-मुक्त भी है, जो इसे ग्लूटेन एलर्जी या संवेदनशीलता वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है
2. बाजरा का आटा:
बाजरा का आटा भी फाइबर से भरपूर होता है और इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को धीरे-धीरे बढ़ाने में मदद करता है.
यह प्रोटीन और आयरन का भी अच्छा स्रोत है.
3. रागी का आटा:
रागी का आटा कैल्शियम, आयरन और फाइबर से भरपूर होता है.
यह एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होता है, जो शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है.
4. मक्के का आटा:
मक्के का आटा फाइबर से भरपूर होता है और इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है.
यह विटामिन ए और सी का भी अच्छा स्रोत है.
5. सोया का आटा:
सोया का आटा प्रोटीन का अच्छा स्रोत है और इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है.
यह फाइबर, आयरन और कैल्शियम का भी अच्छा स्रोत है.
रोटी: आप इन आटे का उपयोग करके विभिन्न प्रकार की रोटी बना सकते हैं, जैसे कि जौ की रोटी, बाजरे की रोटी, रागी की रोटी, मक्के की रोटी, और सोया की रोटी.
परांठे: आप इन आटे का उपयोग करके विभिन्न प्रकार के पराठे बना सकते हैं, जैसे कि आलू के पराठे, पनीर के पराठे, और गोभी के पराठे.
इडली और डोसा: आप इन आटे का उपयोग करके इडली और डोसा बना सकते हैं.
उपमा और खिचड़ी: आप इन आटे का उपयोग करके उपमा और खिचड़ी बना सकते हैं.
सफेद आटे से बचें: सफेद आटे में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ा सकता है.
विभिन्न प्रकार के आटे का प्रयोग करें: विभिन्न प्रकार के आटे का प्रयोग करने से आपको विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व मिलेंगे.
आटे को पीसकर इस्तेमाल करें: ताजा पीसा हुआ आटा अधिक पौष्टिक होता है और इसमें अधिक फाइबर होता है.
आटे को कम मात्रा में इस्तेमाल करें: आटे का अधिक मात्रा में सेवन करने से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है.