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विधानसभा चुनावों से पहले डीएमके सांसद और तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की आलोचना से विवाद खड़ा कर दिया था। इस घटना के कुछ महीनों बाद उन्हीं की पार्टी के नेता डीएनवी सेंथिकुमार ने हिन्दी भाषी राज्यों को गौमूत्र कहकर नया बवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने संसद में बयान दिया कि बीजेपी केवल गौमूत्र राज्यों में जीतती है। उन्होंने अपने बयान में देश को उत्तर-दक्षिण में बांटने की भी कोशिश की। यह पहली बार नहीं है, जब सेंथिलकुमार के मुंह से बिगड़े बोल बाहर निकले हों। पिछले साल उन्होंने हिन्दू अनुष्ठान पर भी सवाल उठाए थे। डीएमके सांसद के इस बयान की इंडिया गठबंधन में भी आलोचना हो रही है। कांग्रेस पार्टी ने भी मामले में माफी की मांग की है।
तमिलनाडु के धर्मपुरी से डीएमके सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार ने हिंदी भाषी राज्यों को ‘ गौमूत्र ‘ कहकर अपनी पार्टी और इंडिया गठबंधन को फिर से मुश्किल में डाल दिया है। बीजेपी इस बयान को लेकर हमलावर है। सेंथिलकुमार की आलोचना सिर्फ बीजेपी ही नहीं कांग्रेस भी कर रही है। आचार्य प्रमोद कुमार ने सेंथिलकुमार के बयान की निंदा करते हुए कहा कि अगर डीएमके के नेताओं की ऐसी ही हरकत रही तो गौमूत्र ही नहीं सांडो वाले राज्यों में भी बीजेपी का परचम लहराएगा।
संसद में क्या बोले थे सेंथिलकुमार
लोकसभा में जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023 पर बोलते हुए 46 वर्षीय सेंथिलकुमार ने कहा था, “इस देश के लोगों को सोचना चाहिए कि इस बीजेपी की शक्ति केवल चुनाव जीतना है और मुख्य रूप से हिंदी राज्यों में चुनाव जीतना है।” , जिन्हें हम आम तौर पर गौमूत्र राज्य कहते हैं। बीजेपी दक्षिण भारत में नहीं आ सकती। तमिलनाडु, केरल, आंध्र, तेलंगाना और कर्नाटक में क्या हुआ है, आप सभी ने परिणाम देखें। हम वहां बहुत मजबूत हैं… आप वहां कदम रखने का कभी सपने में भी नहीं सोच सकते।’
मंगलवार शाम को हालांकि सेंथिलकुमार ने सोशल मीडिया पर माफी जारी की। उन्होंने X पर लिखा, “पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए मैंने एक शब्द का अनुचित तरीके से इस्तेमाल किया है। मैंने ऐसा किसी गलत इरादे से नहीं किया। मैं उस शब्द के गलत चयन के लिए माफी मांगता हूं।”
कौन हैं सेंथिलकुमार
2019 के लोकसभा चुनाव में जीत के साथ संसद पहुंचे डीएमके सांसद सेंथिलकुमार के विवादित बोले पहली बार नहीं है। उन्होंने ऐसा पहली बार नहीं किया जब विपक्ष को उनके खिलाफ हल्ला-बोल का मौका न मिला हो। जुलाई 2022 में, उन्होंने तब भी यह कहकर सनसनी मचा दी थी कि सरकारी परियोजनाओं के उद्घाटन के दौरान भूमि पूजा समारोह क्यों होना चाहिए। उन्होंने तर्क दिया था कि सरकारी समारोह में हिन्दू अनुष्ठान क्यों जरूरी है। मामला उनके धर्मपुरी जिले में एक विकास परियोजना के दौरान का था।
सेंथिलकुमार ने समारोह के दौरान चीफ इंजीनियर पर यह कहकर हमला बोला कि लोगों का धर्म हो सकता है लेकिन सरकार का कोई धर्म नहीं होता। मौके पर अधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा था, “क्या आप जानते हैं कि आपको किसी सरकारी कार्यक्रम के लिए ऐसा करने की अनुमति नहीं है? अन्य धर्मों के बारे में क्या? ईसाई, मुस्लिम, द्रविड़ कड़गम, या बिना धर्म वाले? उन सभी को बुलाओ, चर्च से फादर को बुलाओ, मस्जिद से इमाम को बुलाओ।”
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