ऐप पर पढ़ें
हर साल जून महीने के दूसरे शनिवार को डॉल डे मनाया जाता है। ऐसे में आज यानी 10 जून को ये दिन सेलिब्रेट किया जा रहा है। ये दिन डॉल लवर्स के लिए खास होता है, क्योंकि ये दिन उन्हीं लोगों को समर्पित है। आज के इस खास मौके पर आपको दिल्ली के इस सुंदर म्यूजियम में जाना चाहिए जहां पर हजारों की संख्या में गुड़िया हैं। शंकर का अंतरराष्ट्रीय डॉल म्यूजियम देखने लायक है। जानिए इस जगह के बारे में-
डॉल कलेक्शन है शानदार
म्यूजियम की जब शुरुआत हुई थी, तब यहां पर कुल 1000 ड़ॉल थी। हालांकि, अब यहां 6000 गुड़िया हैं। जिन्हें 85 शहरों से लाया गया है। यहां पर मध्य पूर्व, एशियाई देशों, भारत और अफ्रीका की गुड़िया हैं। यूरोपीय देशों में अमेरिका, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की गुड़िया प्रदर्शित हैं।
मिल चुका है इनाम
यहां पर मौजूद गुड़ियों को पहला पुरुस्कार मिला है। वहीं जापान की काबुकी और समुराई गुड़िया, ब्रिटेन की रानी म्यूजियम, हंगरी की मेपोल नृत्य प्रतिकृति गुड़िया, थाईलैंड की महिलाओं का आर्केस्ट्रा शामिल है।
भारतीय गुड़ियां भी हैं सुंदर
इन सभी गुड़ियों के अलावा म्यूजियम में संस्कृति और कला का प्रतिनिधित्व करने वाली 150 भारतीय गुड़िया हैं। इन गुड़ियों को देखकर आप दीवाना हो जाएंगे क्योंकि देश के इनको सभी राज्यों की साड़ी, सूट और पारंपरिक रपड़ों को पहनाया है। साथ ही, यहां पर गुड़ियों द्वारा भारत की शादी वाली परंपराओं को दर्शाने की कोशिश की है। इसके लिए छोटे-छोटे दूल्हा और दुल्हन वाली गुड़िया भी हैं।
क्या है म्यूजियम की टाइमिंग
ये म्ययूजियम सुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है। ये म्यूजियम सोमवार को बंद रहता है।
वीकेंड पर घूम आएं दिल्ली के ये जंगल, फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए हैं बेस्ट