ऐप पर पढ़ें
पीरियड्स एक नेचुरल प्रक्रिया है। आप इसे नहीं रोक सकतीं, हालांकि आजकल लड़कियों को सात-आठ साल की उम्र में ही पीरियड्स शुरू हो रहे हैं। कम उम्र में पीरियड आना बिल्कुल हेल्दी नहीं है, बल्कि इसकी वजह से आगे चलकर कई समस्याएं हो सकती हैं। वहीं कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि जिन लड़कियों को कम उम्र में पीरियड आ जाते हैं तो जरूरी नहीं है कि उनमे से सभी ओव्यूलेट कर सकती हैं। कई बार कम उम्र में ऐसा होने से ओव्यूलेशन से जुड़ी समस्या हो सकती है। बच्चों में कम उम्र में पीरियड्स क्यों आ रहे हैं इसकी वजह पेरेंट्स को जरूर जाननी चाहिए।
बहुत ज्यादा नॉन वेज खाना
रिपोर्ट्स का मानना है कि जो बच्चियां 3 से 5 साल की उम्र में प्लांट प्रोटीन की तुलना में एनिमल प्रोटीन ज्यादा खाती हैं उनमें अर्ली ऐज पीरियड्स हो सकते हैं।
बहुत ज्यादा शक्कर खाना
आजकल के बच्चे शुरुआत से हीं मीठी चीजें खाना शुरू कर देते हैं। फिर चाहें घर की बनी मिठाई खाएं या फिर पैकेट वाली चीजें। इस सभी चीजों में चीनी होती है, जो हॉर्मोन इंबेलेंस का कारण बनती है, जिसकी वजह से पीरियड्स आ सकते हैं।
एक्टिव ना रहना
अगर आपकी बेटी ज्यादातर समय घर के अंदर रहती है और एक दिन में 30-40 मिनट तक कोई एक्टिव खेल नहीं खेलती हैं तो पीरियड्स जल्दी होने की संभावना बढ़ सकती है।
खराब खाने की आदतें
बहुत ज्यादा जंक फूड, मैदा, सॉफ्ट ड्रिंक्स से हार्मोन के साथ बड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए जंक फूड के लिए हेल्दी बॉर्डर जरूरी है। समय से पहले पीरियड्स को रोकने के लिए जंक फूड को अवॉइड करना बेहतर है।
हेल्दी वेट मेंटेन न रखना
अगर आपकी बेटी का वजन बेहद कम या ज्यादा है तो हो सकता है कि उसे समय से पहले पीरियड्स होने लगें। हेल्दी वेट आपके शरीर के हार्मोन को ठीक से संचालित करने में मदद करता है।
बच्चों को मेंटली स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए पेरेंट्स अपनाएं ये 6 बातें, मजबूत बनेगी पर्सनालिटी
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीकों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह लें।