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Health Tips: कई लोग खाने के शौकीन होते हैं और उन्हें हर वक्त नई-नई चीजें ट्राई करने का मन करता है. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो खान-पान में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखते हैं और बेहद कम चीजें खाते हैं. क्या आप जानते हैं कि कम खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. जी हां, सुनकर हैरान हो रहे होंगे, लेकिन यह बात कई रिसर्च में साबित हो चुकी है. आप कम खाएं, लेकिन हेल्दी खाएं. अगर यह फॉर्मूला अपना लिया, तो लंबी उम्र तक निरोगी रहेंगे और जिंदगी का पूरा आनंद ले पाएंगे.
प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद में भी मिताहार को उत्तम स्वास्थ्य का स्तंभ माना गया है. मिताहार यानी जरूरत से कम लेकिन पोषणयुक्त भोजन करना. आयुर्वेद के अनुसार अगर व्यक्ति अपनी भूख से थोड़ा कम खाए, तो उसका पाचन तंत्र सुचारु रहता है और अमृत समान अग्नि लंबे समय तक जीवित रहती है. आयुर्वेदिक ग्रंथों में कहा गया है – “अति सर्वत्र वर्जयेत्” यानी हर चीज की अति हानिकारक होती है, चाहे वह खाना ही क्यों न हो.
बहुत अधिक खाने से शरीर सुस्त हो जाता है, जिससे आलस्य और थकावट महसूस होती है. लेकिन जब आप जरूरत भर खाना खाते हैं, तो शरीर ऊर्जा से भरपूर रहता है. इससे मानसिक स्पष्टता, एकाग्रता और कार्य क्षमता में सुधार होता है. यही कारण है कि कई संन्यासी, साधु और ध्यान करने वाले व्यक्ति दिन में एक बार ही भोजन करते हैं और फिर भी अत्यंत सक्रिय रहते हैं. हालांकि कम खाना का मतलब यह नहीं है कि आप खुद को भूखा रखें. इसका सही तरीका है- धीरे-धीरे प्लेट की मात्रा कम करना, भूख से थोड़ा पहले रुकना और ज्यादा चबा-चबाकर खाना. अपनी डाइट में फाइबर, प्रोटीन और मिनरल्स का ध्यान रखें ताकि कम भोजन में भी शरीर को जरूरी पोषण मिल सके. दिन में दो बार भोजन करना या सप्ताह में एक दिन उपवास रखना भी लाभकारी है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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