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आईआईटी बीएचयू के छात्र-छात्राओं का दखल अब देश के राजनीतिक और चुनावी आंकड़ों के विश्लेषण में भी होगा। संस्थान के सालाना कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव में दुनियाभर की सॉफ्टवेयर कंपनियों के साथ राजनीतिक विश्लेषण करने वाली कंपनियां भी टैलेंट की तलाश में पहुंची हैं। पहली बार नेशन विद नमो और प्रशांत किशोर की आई-पेक जैसी कंपनियां आईआईटी बीएचयू में कैंपस सेलेक्शन के लिए आई हैं। आईआईटी बीएचयू से चुने गए छात्रों को नेशन विद नमो ने 15 से 19 लाख रुपये का पैकेज दिया है। आई-पेक के ऑफर भी 15 लाख रुपये और 18 लाख रुपये सालाना के हैं।
आईआईटी बीएचयू के प्लेसमेंट अधिकारी प्रो. सुशांत श्रीवास्तव ने बताया कि इन कंपनियों में छात्रों की भूमिका आंकड़ों के विश्लेषण की होगी। इसके लिए कंपनियों ने सांख्यिकी और सॉफ्टवेयर स्ट्रीम के छात्रों का चयन किया है।
राजनीतिक विश्लेषण में आईआईटियंस की दखल
देश में चुनाव के लिहाज से 2024 बेहद व्यस्त साल रहेगा। 18वें लोकसभा चुनाव के साथ जम्मू कश्मीर, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, ओडिशा सहित कई राज्यों के भी चुनाव नए साल में होने हैं। पिछले 10 साल के चुनावी तौर-तरीकों पर गौर करें तो उनमें आंकड़ों के वैज्ञानिक विश्लेषण, सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक जरियों का इस्तेमाल काफी बढ़ा है। बिहार, पश्चिम बंगाल और दिल्ली के चुनावों में प्रशांत किशोर की धमक के बाद देश के चुनावी माहौल में पॉलिटिकल स्ट्रैटिजिस्ट यानी राजनीतिक रणनीतिकार नामक एक नए पात्र का प्रवेश हुआ है। पिछले चुनाव में जातिगत आंकड़े, जनसंख्या घनत्व, भौगोलिक बनावट और क्षेत्रीय मुद्दों के आधार पर रणनीति तैयार कर ऐसी स्ट्रैटेजिक कंपनियां प्रभावी साबित हुई हैं।
आईआईटी आईएसएम में 27 लाख का सैलरी पैकेज, आईआईटी बीएचयू में 801 विद्यार्थियों को जॉब ऑफर
2024 की चुनावी तैयारियों के लिए अब ये कंपनियां आईआईटी के विद्यार्थियों को भी शामिल करने की तैयारी में हैं। प्रशांत किशोर की आई-पेक ने आईआईटी के इंटरव्यू के बाद दो विद्यार्थियों को चुना है जबकि नेशन विद नमो ने दो से तीन छात्र-छात्राओं को एनालिस्ट पोस्ट के लिए ऑफर दिए हैं। आने वाले दिनों में कुछ और कंपनियों के आईआईटी में आने की उम्मीद है।