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इथियोपिया में फैले हिंसा को लेकर मेटा प्लेटफॉर्म पर मंगलवार को मुकदमा दायर किया गया. याचिकाकर्ताओं ने मुकदमे में फेसबुक मेटा पर इथोपिया से हिंसक और घृणित पोस्ट को प्रमोट करने का आरोप लगाया गया है. साथ ही यह भी कहा कि मेटा प्लेटफॉर्म का हिस्सा फेसबुक द्वारा इस तरह के पोस्ट को प्रमोट करने से देश गृहयुद्ध की तरफ बढ़ रहा है. मेटा कंपनी के खिलाफ केन्या हाई कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया है.
पीड़ितों को 2 बिलियन डॉलर देने की मांग
कोर्ट में याचिका दायर करने वालों ने मांग की है कि मेटा को हिंसक चीजों को कम करने, नैरोबी में मॉडरेशन कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए. इसके अलावा याचिका में कोर्ट से मांग की गई है कि फेसबुक को हिंसा के पीड़ितों के लिए लभगत 2 बिलियन डॉलर यानी कि सोलह हजार करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति फंड बनाने के लिए कदम उठाने का आदेश दिया जाए. इथियोपिया के दो शोधकर्ताओं और केन्याई अधिकार समूह कतीबा संस्थान ने मेटा कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
मेटा के प्रवक्ता ने दी सफाई
वहीं मेटा के प्रवक्ता एरिन मेक पाइक ने कहा कि अभद्र भाषा और हिंसा के लिए उकसाना फेसबुक और इंस्टाग्राम के नियमों के खिलाफ है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम स्थानीय ज्ञान और विशेषज्ञता वाले कर्मचारियों को नियुक्त करते हैं और इथियोपिया में सबसे व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषाओं में उल्लंघन करने वाली चीजों को पकड़ने के लिए अपनी क्षमताओं का विकास करना जारी रखते हैं.
2021 के एक पोस्ट का मुकदमे में किया गया जिक्र
फेसबुक मेटा के खिलाफ दायर किये गए मुकदमे में साल 2021 के अक्टूबर माह में प्रकाशित फेसबुक पोस्ट का जिक्र किया गया है, जिसमें वादी अब्राहम मीरेग के पिता को बताने के लिए जातीय गालियों का इस्तेमाल किया गया था. पोस्ट में बुजुर्ग व्यक्ति का पता शेयर किया गया था और उसकी मौत का आह्वान किया गया था.
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FIRST PUBLISHED : December 15, 2022, 00:18 IST
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