Saturday, December 14, 2024
Google search engine
HomeNationalFact Check: चांद पर चलता दिखा शख्स? जानें वायरल वीडियो की सच्चाई

Fact Check: चांद पर चलता दिखा शख्स? जानें वायरल वीडियो की सच्चाई


नई दिल्ली. चांद के दक्षिण ध्रुव पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की सफलतापूर्वक लैंडिंग के बाद से दुनिया भर की नजरें इसरो (ISRO) के इस चंद्र मिशन (Moon Missio) पर टिकी हुई हैं. देश के तमाम लोग इसरो की इस सफलता में शरीक होते हुए सोशल मीडिया पर तरह-तरह के पोस्ट कर रहे हैं. इसी कड़ी में सोशल मीडिया साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ‘एक शख्स को चांद की सतह पर चलते’ हुए दिखाया गया है.

एक्स पर शेयर इस वीडियो ने कई लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है. हालांकि यह वीडियो कोई नया है. दरअसल इस वीडियो में दिख रहे इस शख्स का नाम बादल नंजुंदस्वामी है. वह एक स्ट्रीट आर्टिस्ट हैं, जिन्होंने वर्ष 2019 में बेंगलुरु की सड़कों की दुर्दशा को दिखाने के मकसद यह वीडियो बनाया था.

इस वीडियो में वह किसी अंतरिक्ष यात्री की तरह ही स्पेससूट पहने हुए हैं, जो गड्ढों से भरी शहर की एक सड़क पर इस तरह चलते दिख रहे हैं, मानो वह चांद सतह पर चल रहे हैं. उन्होंने अपने इस पोस्ट में बेंगलुरु नगर निगम और शहर के मेयर को भी टैग किया है.

ये भी पढ़ें- ‘स्माइल प्लीज’, जब चांद पर प्रज्ञान ने खींची विक्रम लैंडर की पहली तस्वीर, ISRO ने दिखाया सुबह का नजारा

इसरो ने जारी की विक्रम लैंडर की तस्वीर
इस बीच चंद्रयान-3 मिशन के ‘प्रज्ञान’ रोवर ने बुधवार को ‘विक्रम’ लैंडर की एक तस्वीर खींची है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा शेयर की गई तस्वीर रोवर पर लगे नेविगेशन कैमरा (नैवकैम) द्वारा ली गई है. इसरो ने  एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘स्माइल प्लीज. प्रज्ञान रोवर ने आज सुबह विक्रम लैंडर की तस्वीर खींची.’

चंद्रयान-3 मिशन के लिए नैवकैम्स को इसरो की इकाई ‘इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स सिस्टम लैबोरैटरी’ (एलईओएस) द्वारा विकसित किया गया है.

वहीं इस हफ्ते की शुरुआत में इसरो ने विक्रम लैंडर के साथ लगे चेस्ट उपकरण का पहला अवलोकन जारी किया था. चंद्रमा की सतह के तापीय व्यवहार को समझने के लिए चेस्ट (चंद्र सफेर्स थर्मोफिजिकल एक्सपेरिमेंट) उपकरण ध्रुव के चारों ओर चंद्रमा की ऊपरी मिट्टी के तापमान प्रालेख को मापने का कार्य कर रहा है.

इसरो ने बताए चंद्रयान-3 के 3 उद्देश्य
इसमें एक नियंत्रित प्रवेश तंत्र लैस तापमान जांच प्रणाली है जो सतह के नीचे 10 सेमी की गहराई तक पहुंचने में सक्षम है. इसमें 10 तापमान सेंसर लगे हैं.

इसरो ने कहा है कि चंद्रयान-3 मिशन के तीन उद्देश्यों में से दो उद्देश्य- चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित ‘सॉफ्ट लैंडिंग’, और चंद्र सतह पर रोवर की चहलकदमी का प्रदर्शन- हासिल कर लिए गए हैं, जबकि चंद्र सतह पर वैज्ञानिक प्रयोगों से संबंधित तीसरे उद्देश्य को पूरा करने का कार्य जारी है. (भाषा इनपुट के साथ)

Tags: Chandrayaan-3, ISRO, Mission Moon





Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments