नई दिल्ली:
fatty liver: आजकल के समय में देखा जाता है लोगों को फास्ट फूड और जंक फूड काफी पसंद होता है. ये सब चीजें युवा बड़े ही चाव से खाते हैं. लेकिन ये ही खाना आपकी सेहत के लिए हानिकारक बन कर रहा है. इतना ही नहीं ये आपको बीमार करने के लिए काफी है. देखा जा रहा है कि लोगों में फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ रही है. फैटी लिवर, जिसे अंग्रेजी में “Fatty Liver” कहा जाता है, एक स्थिति है जिसमें लिवर में अत्यधिक फैट जमा हो जाता है.
फैटी लीवर सामान्यत: तीन प्रकार का होते हैं.
अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (AFLD): ये उस तरह के लोगों को होता है जो अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन करते हैं.
नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (NAFLD): ये उन्हें होता है जो अल्कोहल का सेवन नहीं कर रहे हैं. लेकिन किसी अन्य तरीके से लीवर में फैट जमा कर रहे हैं. हालांकि ये बहुत ही सामान्य सी बात है.
नॉन-अल्कोहलिक स्टीटोहेपेटाइटिस (NASH): यह एक और गंभीर स्थिति है जिसमें लिवर में आंशिक रूप से सूजन होता है. यदि इसका समय से इलाज नहीं किया गया तो शरीर में कई तरह की समस्याएं हो सकती है.
फैटी लिवर के लक्षण:
थकान या दुर्बलता
लिवर क्षेत्र में दर्द या भारीपन
पेट में सूजन या बढ़ा हुआ आबाद
वजन में बढ़ोतरी
बालों में झड़न या गंजापन
फैटी लिवर के उपचार और बचाव:
स्वस्थ आहार: कम तेल, कम शुगर, और कम प्रोसेस्ड खाद्यों का सेवन करना चाहिए। फल, सब्जियां, अनाज, और प्रोटीन युक्त आहार लेना उपयुक्त है.
नियमित व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करना फैटी लिवर के लिए फायदेमंद है.
वजन नियंत्रण: वजन को नियंत्रित रखना भी महत्वपूर्ण है.
अल्कोहल का सेवन कम करें: अगर अल्कोहल से फैटी लिवर हो रहा है, तो अल्कोहल का सेवन कम करना या पूरी तरह से बंद करना आवश्यक हो सकता है.
फैटी लिवर गंभीर हो सकता है, और यदि आपको इसके लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए.