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PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में भले ही निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए देश और यूपी की विकास गाथा सामने रखी लेकिन उनके सियासी आरोपों-प्रत्यारोपों की चाश्नी में डूबे शब्दबाण मिशन-2024 के रण की रणनीतिक तस्वीर साफ कर गए। चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न के जरिये पीएम ने न केवल विपक्षी दलों कांग्रेस और सपा को घेरा बल्कि किसान आंदोलन के मद्देनज़र छोटे किसानों को भी लुभाने का प्रयास कर गए।
भारत रत्न के जरिये किसानों को लुभाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्बोधन मुख्य रूप से तीन पहलुओं पर केंद्रित रहा। अव्वल तो उन्होंने किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का सौभाग्य मिलने की बात कह कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छोटे किसानों, खेतिहर मजदूरों को लुभाने का प्रयास किया। साथ ही जाट समीकरण भी फिट करने की कोशिश की।
कहना गलत न होगा कि किसानों के आंदोलन ने केंद्र सरकार की चिंताएं बढ़ाई हैं और ऐसे हालात में चौधरी साहब को अब तक भारत रत्न न देने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा कर पीएम ने कहीं न कहीं किसानों के आंदोलन के पक्ष में उतरी कांग्रेस को घेरने का प्रयास किया है। शायद यही वजह रही कि पीएम के उद्बोधन में विपक्षी दलों में कांग्रेस प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष मुख्य रूप से केंद्र में रही।
योगी को ऊर्जावान बता दिया संदेश
दूसरा उन्होंने यूपी सरकार के कामकाज की न केवल तारीफ की बल्कि पूर्ववर्ती सरकारों से दबे-छुपे शब्दों में तुलना कर विपक्षी सरकारों पर हमला बोला। सात साल पहले और अब के यूपी की तुलना कर उन्होंने यह सिद्ध करने का प्रयास किया कि योगी सरकार निष्पक्ष रूप से हर वर्ग के विकास के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है।
इसके जरिये उन्होंने सपा-बसपा की पूर्ववर्ती सरकारों की कार्यशैली पर सवाल उठाए और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ऊर्जावान सीएम बता प्रदेश की जनता को भी संदेश दे गए कि डबल इंजन की सरकार ही सर्वजन हिताय के लिए सबसे ज्यादा मुफीद है। उन्होंने पूर्व की सरकारों की कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार की नीतियों को निशाने पर लेकर सियासी संदेश दिया कि किस तरह उनकी सरकार में ही सबका हित है।
केंद्र की उपलब्धियां गिना राह की आसान
तीसरा उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा 10 वर्षों में किए गए कामों का जिक्र कर स्पष्ट करने की कोशिश की कि किस तरह कांग्रेस की सरकारों ने छोटे कारोबारियों, किसानों, गरीबों, मजदूरों की अनदेखी की। उन्होंने सोलर योजना, ईवी, स्वनिधि योजना, पीएम विश्वकर्मा योजना के जरिये किए गए कामों से यह बताने का प्रयास किया कि उनकी सरकार गरीब-गुरबों के लिए समर्पित है।
उन्होंने कांग्रेस पर इस वर्ग की अनदेखी का आरोप लगाकर भी यह जताया कि उनकी केंद्र सरकार देश की अर्थव्यवस्था को कैसे मजबूत कर रही है जबकि कांग्रेस ने इस पर संजीदगी से काम नहीं किया। लब्बोलुआब यह कि निवेशकों के बहाने प्रधानमंत्री मिशन-2024 के लिए अपनी तीसरी पारी के लिए मजबूत नींव जरूर रख गए।
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