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वर्ल्डकप 2023 में भारत की हार से कई दिल टूटे। सोशल मीडिया पर मीम्स, ट्रोलिंग के साथ अच्छे कोट्स भी दिखाई दे रहे हैं। इस बीच गीता का एक उपदेश खूब वायरल हो रहा है। यह क्लिप महाभारत सीरियल की है। इसमें कृष्ण ने अर्जुन को विजय और पराजय पर सीख दी है। कृष्ण ने अर्जुन को बताया है कि हार से क्यों विचलित नहीं होना चाहिए। जीवन में आपको भी कई बार हार और जीत देखने को मिलेगी। वर्ल्डकप के बहाने आप भी यह सीख गांठ बांध लें।
हार-जीत जीवन का हिस्सा
जीवन में हार-जीत, सुख-दुख लगा रहता है। इस स्थाई न मानना ही समझदारी है। सुख में न ज्यादा खुश होना चाहिए न ही दुख में धैर्य खोना चाहिए। ऐसा करने से आपकी जिंदगी आसान होगी। गीता का श्लोक है, कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥ महाभारत सीरियल में इसे हिंदी में इस तरह से कहा गया है, यदि तुम विजय चाहो भी तो यह आवश्यक नहीं कि विजय तुम्हारी हो जाए, तुम्हारी पराजय भी हो सकती है। लेकिन तुम अगर विजय से मोहित नहीं होगे तो पराजय से भी नहीं घबराओगे।
पराजय से न हो दुखी
कृष्णजी अर्जुन से आगे बोलते हैं, यदि तुम यह सोचो पार्थ कि चाहे विजय हो, चाहे पराजय लेकिन तुम इसलिए युद्ध कर रहे हो कि विजय के सुख या पराजय के दुख का प्रश्न ही नहीं उठता। जो विजय से न सुखी हो न पराजय से दुखी, वही अविचलित है। इसलिए कर्म करो और फल की इच्छा न करो, तुम सिर्फ वही करो जो तुम्हारे वश में है। अपने धर्म का पालन करो।