Tuesday, December 17, 2024
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Ghosi By-election: घोसी उपचुनाव में सपा की ताकत बढ़ी, एक और दल का मिला समर्थन, अब भी बसपा पर टिकीं निगाहें


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यूपी में मऊ की घोसी विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को एक और दल का समर्थन मिल गया है। आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट (आईपीएफ) ने भाजपा को हराने के लिए समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह के समर्थन का ऐलान किया है। आईपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसआर दारापुरी ने शुक्रवार को कहा कि घोसी विधानसभा और मऊ जनपद में बड़े पैमाने पर बुनकर रहते हैं। भाजपा की सरकार में बुनकरों का हाल बेहाल है। उनके फ्लैट रेट पर बिजली के आदेश को वापस ले लिया गया। इसके कारण उन्हें महंगी बिजली खरीदनी पड़ रही है और पहले से ही संकट  में चल रहे बुनकरी उद्योग की तबाही हो रही है।

उन्होंने बताया कि रोजगार का संकट भी जबरदस्त है। भाजपा सरकार की तमाम घोषणाओं के बावजूद रोजगार सृजन की दिशा में कुछ भी नहीं किया जा रहा है। दारापुरी ने कहा कि प्रदेश में लोकतंत्र, अभव्यिक्ति की आजादी और संवैधानिक मूल्यों पर लगातार हमले हो रहे हैं। समाज के मैत्री भाव को नष्ट किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में भाजपा को चुनाव में हराना वक्त की जरूरत है। इसलिए आइपीएफ ने समाजवादी पार्टी के घोसी विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी का समर्थन करने का निर्णय लिया है। 

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इससे पहले ओपी राजभर की सुभासपा को तोड़कर नई पार्टी बनाने वाले महेंद्र राजभर की सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी ने भी सपा को समर्थन की घोषणा की थी। सपा को इसके अलावा कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, वामपंथी दलों का भी यहां पर समर्थन मिल चुका है। घोसी में चुनाव पूरी तरह से सपा और भाजपा के बीच आमने सामने का हो चुका है।

भाजपा के पक्ष में निषाद पार्टी, अनुप्रिया पटेल की अपना दल और ओपी राजभर की सुभासपा खड़ी है। यहां पांच सितंबर को मतदान और आठ को मतगणना होगी। सभी की नजरें अब भी मायावती की बसपा पर टिकी हैं। यहां पर दलितों का वोट सबसे ज्यादा है। ऐसे में दलित किधर जाते हैं इस पर सपा-भाजपा दोनों की निगाहें हैं।



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