दुनिया भर में करोड़ों लोग इंटरनेट ब्राउजिंग के लिए गूगल क्रोम का ही इस्तेमाल करते हैं। चाहे स्मार्टफोन हो या फिर लैपटॉप या डेस्कटॉप, जब भी कोई चीज सर्च करनी होती है तो अधिकांश लोग गूगल क्रोम ही विजिट करते हैं। अपने यूजर्स की ब्राउजिंग को सेफ बनाने के लिए कंपनी समय समय पर नए नए फीचर्स लाती रहती है। यूजर्स की प्राइवेसी और सेफ्टी को मजबूत बनाने के लिए गूगल क्रोमें एक नया फीचर देने जा रहा है। अब क्रोम यूजर्स को रियल टाइम प्रोटेक्शन मिलेगा।
गूगल का नया रियल टाइम प्रोटेक्शन फीचर फर्जी वेबसाइट के एक्सेस पर रोक लगाने का काम करेगा ताकि यूजर्स की का पर्सनल डिटेल या फिर निजी जानकारी किसी भी तरह से लीक न हो। आइए आपको इस फीचर के बारे में डिटेल से बताते हैं।
कई गुना बढ़ जाएगी सेफ्टी
दरअसल पिछले कुछ समय में टेक्नोलॉजी की दुनिया में फिशिंग के मामले तेजी से बढ़े हैं। फिशिंग और स्कैम के मामलों पर रोक लगाने के लिए कंपनी अब अपने यूजर्स के लिए नया फीचर ले कर आई है। गूगल का रियल टाइम प्रोटेक्शन लोगों की सेफ ब्राउजिंग को सुनिश्चित करेगा। कंपनी की मानें तो नया फीचर यूजर्स की सिक्योरिटी में 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करेगा।
गूगल ने कुछ समय पहले ही अपने यूजर्स के लिए क्रोम ब्राउजर में स्टैंडर्ड सेफ ब्राउजिंग मोड पेश किया गया था यह फीचर भी यूजर्स की ब्राउजिंग को सेफ बनाता है। गूगल का नया रियल टाइम प्रोटेक्शन फीचर किसी भी वेबसाइट के यूआरएल और सर्वर को लिस्ट करेगा। इससे यूजर्स को उन वेबसाइट्स के बारे में रियल टाइम में जानकारी मिलेगी जिस पर विजिट करने से प्राइवेसी ब्रीच हो सकती है।
गूगल ने की बड़ी साझेदारी
ब्राउजिंग को अधिक से अधिक सेफ बनाने के लिए गूगल ने कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क पार्टनर फास्टली के साथ पार्टनरशिप की है। ये दोनों किसी भी यूजर्स को किसी भी वेबसाइट पर भेजने से पहले उसके URL और IP ऐड्रेस के साथ साथ उसके सर्वर की जांच करेंगे। कंपनी यूजर्स को यह सुविधा रियल टाइम में देगी। कंपनी की मानें तो यूजर्स को रियल टाइम प्रोटेक्शन फीचर में कई तरह के AI फीचर्स भी मिलने वाले हैं।
यह भी पढ़ें- iPhone 14 की कीमत में हुई भारी कटौती, दाम बढ़ने से पहले यहां से कर लें खरीदारी