करौली. जिन जायकों के लिए राजस्थान के करौली को जाना जाता है, उनमें से एक ऐसा लड्डू भी है, जो सर्दी के मौसम में सेहत के लिए काफी फायदेमंद भी है. ग्वारपाठे यानी एलोवीरा को आपने कई तरह से औषधि के रूप में इस्तेमाल करने की बातें सुनी पढ़ी होंगी, लेकिन क्या इसकी मिठाई कभी खाई है? करौली के बड़े बाजार में स्थित नामदेव मिष्ठान भंडार में लगभग 60 साल से यानी तीन पीढ़ियों से ग्वारपाठे के स्पेशल देशी घी के लड्डू बनते आ रहे हैं. इन लड्डुओं को जो भी एक बार खाता है, इनके स्वाद का दीवाना भी हो जाता है.
सर्दी के मौसम में करौली के बाजारों में कई तरह के खास पकवान बनते हैं. आयुर्वेदिक डॉक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया ग्वारपाठे के लड्डू में ग्वारपाठे का गूदा, ड्राई फ्रूट्स, आटा सेककर देशी घी का मिश्रण होता है. यह वायु के रोग विकारों में फायदा है और सूजन को कम भी करता है. ड्राई फ्रूट्स के कारण इस लड्डू से शरीर को ताकत भी मिलती है. इसके प्रतिदिन सेवन से शरीर के सारे दर्द खत्म हो सकते हैं. यही कारण है कि सर्दियों में ग्वारपाठे के लड्डुओं का नित्य सेवन किया जाता है. बुजुर्गों के लिए यह खास तौर से फायदेमंद होता है.
नामदेव मिष्ठान भंडार के महेश चंद्र नामा ने बताया सबसे पहले पानी में ग्वारपाठे को अच्छी तरह धोया जाता है. फिर उसके साइड के कांटों को निकालकर ग्वारपाठे के बीच में से दो भाग करके उसके अंदर के गूदे को अलग बर्तन में निकाल लिया जाता है. फिर गेहूं का मोटा आटा लेकर उसमें मात्रा के हिसाब से देशी घी मिलाकर उसको गूंध लेते हैं. गूंधने के बाद आटे के गोल पेड़े बनाए जाते हैं. पेड़ों को फिर कड़ाही में डालकर देशी घी में सिकाई की जाती है.
नामा ने बताया ये लडडू हमारी दुकान पर ₹340 किलो मिलते हैं. राजस्थान सहित गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश तक भेजे जाते हैं. अगर आप भी इन स्वादिष्ट लड्डुओं का स्वाद लेना चाहें तो बड़ा बाजार स्थित नामदेव मिष्ठान भंडार पहुंच सकते हैं या मोबाइल नंबर 8058331694 पर संपर्क कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 12, 2023, 09:39 IST