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बागपत जनपद के आरिफपुर खेड़ी गांव के किसान किरणपाल की शूटर बेटी कर्ज की पिस्टल से सोने-चांदी के मेडलों पर सटीक निशाना लगाकर गांव और देश का नाम रोशन कर रही है। युविका ने इंटरनेशनल व नैशनल स्तर की कई शूटिंग चैंपियनशिप मे ढेरों स्वर्ण व रजत पदक झटक रखे हैं। युविका तोमर बीपीटी (बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी) प्रथम वर्ष की छात्रा है। उसने वर्ष 2017 में शूटिंग की शुरुआत की।
युविका तोमर ने बताया कि उनके घर की माली हालत कमजोर है। पांच भाई-बहनों में वह सबसे छोटी है। पिता ने किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेकर उसे पिस्टल दिलाई थी। उसके पिता बीमार रहते हैं। पिस्टल के लिए लिया लोन भी अभी तक चुकाया नहीं गया। युविका का कहना है कि उसका लक्ष्य ओलंपिक 2024 में चयनित होकर देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना है। इसके लिए वह दिन में शूटिंग रेंज ओर रात में घर पर कड़ी मेहनत के साथ अभ्यास कर रही है।
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शूटिंग कोच अमित श्योराण निभा रहे अहम भूमिका
इंटरनेशनल शूटर युविका तोमर का कहना है कि उनकी इस कामयाबी मे उनके कोच अमित श्योराण की अहम भूमिका है। उन्होंने समय समय पर सही मार्गदर्शन कर मेरा प्रोत्साहन बढ़ाया। उनका एक ही मंत्र है कभी भी रिजल्ट की तरफ फोकस मत करना, बस तुम अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना साधना। अगर निशाना सटीक लगा तो रिजल्ट खुद अच्छा होगा।
शूटर युविका तोमर की उपलब्धि
-वर्ष 2019 में जूनियर एशियन चैम्पियनशिप दोहा में स्वर्ण पदक हासिल किया।
-बेंगलोर में हुई खेलो इंडिया के यूनिवर्सिटी गेम में दो स्वर्ण, एक सिल्वर पदक जीता
-ऑल यूनिवर्सिटी गेम में दो स्वर्ण एक सिल्वर पदक जीता।
(चाइना वर्ल्ड शूटिंग चैपियनशिप के लिये भी चयन हुआ, लेकिन करोना के चलते यह चैपियनशिप कैंसिल हो गयी थी।)