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UP Board Exam: अगर किसी स्टूडेंट को किसी सब्जेक्ट में जीरो नंबर मिले या फिर 90 परसेंट से ज्यादा, उसकी कॉपी दोबारा जांची जाएगी। यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 16 मार्च से शुरू हो रहा है। बोर्ड ने छात्र हित में मूल्यांकन व्यवस्था से जुड़े उप प्रधान परीक्षकों (डीएचई) और परीक्षकों को हिदायत दी है कि जिस उत्तर पुस्तिका में परीक्षार्थी को 90 प्रतिशत से अधिक या शून्य अंक दिए गए हैं, उन कॉपियों का दोबारा मूल्यांकन और जांच उप प्रधान परीक्षक करेंगे।
स्वच्छ एवं सुंदर हस्तलेख पर एक अंक प्रदान किया जाए। यह ध्यान रखा जाए कि परीक्षार्थी का कुल प्राप्तांक, प्रश्न पत्र के पूर्णांक से अधिक न होने पाए। डीएचई रैंडम चेकिंग करते रहेंगे। अंक चढ़ाने के लिए कम्प्यूटरीकृत शीट होगी।
ताकि बच्चों को न हो तनाव
सभी उप प्रधान परीक्षकों एवं परीक्षकों से कहा गया है कि वे इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी कॉपी अमूल्यांकित न रह जाए। हर प्रश्न के उत्तर को जांचा जाए। त्रुटि न हो। लापरवाही हुई तो बच्चों के अंक कम हो सकते हैं जिससे परीक्षा फल प्रभावित होगा। छात्र को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में यह जरूरी है कि जिस पर परीक्षार्थियों का भविष्य निर्भर है उसे पूर्ण सजगता के साथ किया जाए।
पांच सेंटरों पर कानपुर में मूल्यांकन
कानपुर में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 16 मार्च से पांच सेंटरों पर होगा। यह मूल्यांकन राजकीय इंटर कॉलेज, चुन्नीगंज, डीएवी इंटर कॉलेज, सरयू नारायण बाल विद्यालय, हर सहाय जगदंबा सहाय इंटर कॉलेज और सुभाष स्मारक इंटर कॉलेज में होगा। 3700 शिक्षक करीब 13 लाख से अधिक कॉपियों का मूल्यांकन करेंगे। सेंटरों पर फर्नीचर की व्यवस्था की जा रही है। जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार का कहना है कि तैयारियां पूरी हो गई हैं। बोर्ड के निर्देशों का पालन किया जाएगा।
उप प्रधान परीक्षक और परीक्षक यह करें
पहले दिन डीएचई को 20 कॉपी जांचनी होगी, परीक्षकों की निगरानी करेंगे।
10वीं के परीक्षक अधिकतम 50, 12वीं के एक दिन में 45 कॉपी जांचेंगे।
प्रश्नों के उत्तरों का मूल्यांकन स्टेप बाई स्टेप मार्किंग प्रक्रिया के अनुसार किया जाए।
उत्तरों को बिना पूर्णतया पढ़े अंक न दिए जाएं, सही उत्तर पर पूर्ण अंक दिए जाएं।
ओवर राइटिंग न की जाए, ओवरराइटिंग हो तो उसे काटकर अंक दें, हस्ताक्षर भी करें।
निर्धारित संख्या से अधिक प्रश्न हल किए हों तो अधिक अंक वाला जवाब माना जाए।
हल सही होने परन्तु मात्रक (यूनिट) न लिखने या अशुद्ध लिखने पर आंशिक अंक काटें।
उत्तरपुस्तिका के अन्तिम हल के बाद परीक्षक अपना हस्ताक्षर एवं परीक्षक संख्या लिखें।