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Tips To Check Purity Of Mawa At Home: भारत में कोई भी त्योहार मुंह मीठा किए बिना नहीं मनाया जाता है। यही वजह है कि त्योहार से कई दिन पहले ही मिठाई की दुकान पर लोगों की भीड़ लग जाती है। जल्द ही रंगों और मौज मस्ती का त्योहार होली आने वाला है। ऐसे में लोग घर आए मेहमानों का मुंह मीठा करवाने के लिए बाजार से मिठाई खरीदने के साथ कुछ ट्रेडिशनल व्यंजन और स्वीड डिश घर पर भी बनाते हैं। त्योहारों पर बाजार में मिठाई की बढ़ती डिमांड की वजह से मिलावटी मावे की मिठाईयां बेची जाने लगती हैं। शुद्ध और बिना मिलावट वाला खोया एक तरफ जहां मुंह का स्वाद बढ़ाता है वहीं मिलावटी खोया सेहत और स्वाद दोनों खराब कर देता है। ऐसे में आप मिलावट के इस जहर को खरीदने से बचे रहे, इसके लिए आइए जान लेते हैं कैसे पहचानें बाजार में मिलने वाला मावा मिलावटी है या नहीं।
मिलावटी मावे की पहचान करने के टिप्स-
मावे की खुशबू-
मावे की शुद्धता की पहचान सूंघकर भी की जा सकती है। असली मावे से दूध की सोंधी खुशबू आती है तो नकली मावा काफी हद तक स्मेल फ्री होता है।
हाथों पर रगड़कर देखें-
हाथों पर रगड़कर भी आप असली और नकली मावे का पता लगा सकते हैं। इस उपाय को आजमाने के लिए आप अपनी हथेली पर मावा रगड़ें। असली मावे को रगड़ने पर घी निकलता है जबकि नकली मावा रगड़ने पर ये रबड़ की तरह टाइट रहता है।
मावे को टेस्ट करके देखें-
मावे को टेस्ट करके भी आप उसकी शुद्धता का पता लगा सकते हैं। असली मावा खाने में हल्का मीठा होता है। जबकि नकली मावे का स्वाद फीका और कभी-कभी कड़वा होता है। नकली मावे से कई बार साबुन या सर्फ का टेस्ट भी आता है।
आयोडीन टिंचर-
मावे में मिलावट का पता लगाने के लिए आयोडीन टिंचर का इस्तेमाल बेस्ट माना जाता है। इस उपाय को आजमाने के लिए सबसे पहले मावे की टिकिया बनाकर उसके ऊपर 2 बूंद आयोडीन टिंचर डालें। अगर 5 मिनट बाद मावे का रंग काला हो जाए तो समझ जाएं कि इसमें मैदा मिला हुआ है। जबकि टिंचर डालने के बाद मावे का केसरिया रंग मावे की शुद्धता का संकेत देता है।