यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के अभ्यर्थियों को सोशल मीडिया पर अकसर अहम टिप्स देने वाले आईएएस ऑफिसर अवनीश शरण ने दुनिया की पांच सबसे मुश्किल परीक्षाओं की लिस्ट शेयर की है। इस लिस्ट में भारत का आईआईटी एंट्रेंस टेस्ट दूसरे और यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीसरे नंबर पर है। पहले नंबर पर चीन का गाओकाओ टेस्ट है। चौथे नंबर पर आईक्यू टेस्ट करने वाला इंग्लैंड का मेनसा टेस्ट है और पांचवें पर अमेरिका के स्कूलों में प्रवेश के लिए होने वाला जीआरई टेस्ट (ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशन) है।
टॉप पर चीन का चीन का गाओकाओ टेस्ट ( Gaokao Exam )
चीन की यूनिवर्सिटीज़ में प्रवेश के लिए गाओकाओ परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है जिसमें करीब एक करोड़ स्टूडेंट्स भाग लेते हैं। यह परीक्षा करीब 9 घंटे चलती है जिसमें दो से तीन दिन का समय लगता है। उम्मीदवार अंग्रेजी, फ्रेंच, जापानी, रूसी, जर्मन और स्पेनिश में से किसी एक विषय को विदेशी भाषा की परीक्षा के रूप में चुन सकते हैं।
मेनसा टेस्ट
आईक्यू लेवल जांचने का अंतरराष्ट्रीय स्तर का टेस्ट मेनसा दुनिया भर में मशहूर है। मेनसा एक संस्था है। मेनसा दुनिया की सबसे बड़ी और पुरानी आईक्यू सोसायटी मानी जाती है। मेन्सा के सदस्यों का चयन सिर्फ उच्च आईक्यू के आधार पर किया जाता है। इसके लिए उम्र या पढ़ाई की कोई बाध्यता नहीं है। आईक्यू टेस्ट में 98 परसेंटाइल से ज्यादा पाने वाले ही इसका मेंबर बन पाते हैं। अधिक जानकारी आप www.mensaindia.org वेबसाइट पर पा सकते हैं।
आपको बता दें कि अवनीश की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2008 में उनकी ऑल इंडिया 77वीं रैंक आई थी। वह 2009 बैच के छत्तीसगड़ कैडर के अधिकारी हैं।
अवनीश की सक्सेस स्टोरी देती है प्रेरणा
अवनीश अकसर अपने ट्वीट से भर्ती परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को प्रेरित करते रहते हैं। आईएएस अधिकारी ने कुछ माह पहले अपनी सक्सेस स्टोरी के बारे में बताया था। अवनीश शरण ने लिखा था, ’12 वीं में आपके कितने प्रतिशत अंक आए थे ?’ इसके बाद उन्होंने अपनी संघर्ष की यात्रा के बारे में लिखा – मेरी यात्रा: 10वीं में 44.7 प्रतिशत, 12वीं में 65 प्रतिशत, ग्रेजुएशन में 60 प्रतिशत। सीडीएस और सीपीएफ भर्ती परीक्षा दोनों में फेल हुआ। राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 10 से अधिक बार प्रारंभिक परीक्षा में फेल हुआ। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम प्रयास में साक्षात्कार तक पहुंचा। दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया 77वीं रैंक आई।
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इससे पहले उन्होंने 10वीं की मार्कशीट शेयर की थी जो स्टूडेंट्स को मार्क्स और सफलता के बीच अंतर बता रही थी। बिहार बोर्ड मैट्रिक की 26 साल पहले की इस मार्कशीट में देखा जा सकता है कि अवनीश को 700 में से केवल 314 मार्क्स (44.5 फीसदी) मिले थे। मैथ्स में तो वह फेल होते होते बचे थे। 10वीं में थर्ड डिविजन से पास होने के बावजूद अवनीश यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस ऑफिसर बने।