जो उम्मीदवार यूपीएससी की तैयारी करते हैं, वह अक्सर यूपीएससी टॉपर्स की उन स्ट्रेटजी को फॉलो करने की कोशिश करते हैं, जिन्होंने इस परीक्षा में टॉप रैंक हासिल की है। अगर आप भी यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, तो यहां हम आपको UPSC 2021 की टॉपर गामिनी सिंगला के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने इस परीक्षा में तीसरी रैंक हासिल की थी। आइए जानते हैं उन्होंने कैसे की थी तैयारी और क्या थी उनकी स्ट्रेटजी।
आपको बता दें, यूपीएससी की परीक्षा में तीसरी रैंक हासिल करने के बाद वह अपनी पहली किताब ‘How I Topped the UPSC and How You Can Too’ लेकर आई हैं। जिसमें उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के दौरान अपनी गलतियां और अपने अनुभव को शेयर किए हैं।
इसी के साथ किताब में उन्होंने बताया कि कैसे इस परीक्षा की तैयारी के दौरान खुद को मानसिक रूप से मजबूत बनाया जा सकता है। किताब में गामिनी ने अनुभव शेयर करते हुए बताया है कि उन्होंने यूपीएससी देने का फैसला क्यों किया, वह कितनी डरी हुई थीं, और मुख्य परीक्षा से कुछ हफ्ते पहले ही उन्होंने अपने दादाजी के निधन का सामना कैसे किया।
क्यों किया किताब लिखने का फैसला
गामिनी ने इस किताब को लिखने का फैसला तब किया जब उम्मीदवारों ने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने प्रश्नों को भेजना शुरू कर दिया था। परीक्षा के बारे में इतने सारे सवाल पूछे गए थे, जिसके बाद उन्हें लगा 1-2 घंटे का वीडियो दो से तीन साल की तैयारी और परीक्षा यात्रा को समझने के लिए पर्याप्त नहीं है, इसलिए उन्होंने अपनी यूपीएससी की यात्रा को एक किताब के माध्यम से उम्मीदवारों को बताना ठीक समझा।
इस किताब को लिखने का एक और कारण यह था कि उन्होंने महसूस किया कि इस परीक्षा के लिए आवश्यक मानसिक तैयारी के बारे में बहुत कम लिखा गया है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि किसी भी प्रतियोगी परीक्षा के लिए मानसिक तैयारी बहुत महत्वपूर्ण है”
ये थी उनकी स्ट्रेटजी
अपनी तैयारी के दिनों के बारे में गामिनी ने कहा, “वह जो भी कुछ पढ़ती थी, उसकी रिवीजन जरूर करती थी। मॉक पेपर हल किए, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को देखा और आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस की इसके अलावा, अपने खाने-पीने का ध्यान रखा। बहुत सारे फलों और नट्स के साथ एक अच्छा आहार ले रही थी ताकि हैवी या तेल वाले भोजन खाने से बचा जा सके। ऐसे हैवी भोजन से नींद आने के ज्यादा चांस होते हैं। ये चीजें भी बहुत जरूरी हैं, ताकि आपका दिमाग काम करता रहे और आपको थकान कम महसूस हो। मैंने एक पॉजिटिव माहौल भी रखा और पॉजिटिव लोगों के साथ संपर्क में रही। ऐसा करने से मेरे अंदर आत्मविश्वास बढ़ा”
उन्होंने यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, उन उम्मीदवारों को सलाह देते हुए कहा- कोई भी टॉपर एक्स्ट्राऑर्डिनरी नहीं होता है और वे सभी एक ही फेज से गुजरते हैं। इसलिए, उम्मीदवारों बस एक पॉजिटिव मानसिकता बनाए रखनी, अपनी तैयारी पर फोकस रखिए। अपने आप का पुनर्मूल्यांकन करते रहें। ”