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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी ने शैक्षणिक वर्ष 2023 से चार नए बीटेक कोर्स और एक बीएस कोर्स की शुरुआत करने की घोषणा की है। इनमें जनरल इंजीनियरिंग में बीटेक, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स और वीएलएसआई में बीटेक, मैटिरियल्स साइंस एंड इंजीनियरिंग में बीटेक, गणित और कंप्यूटिंग में बीटेक शामिल हैं। इसके अलावा बीएस इन केमिकल साइंसेज भी शुरू किया है। आईआईटी मंडी के अनुसार इन कोर्सेज का उद्देश्य छात्रों को उभरते क्षेत्रों में एक्सपर्ट बनाना और उन्हें स्किल्स से लैस करना, विविध कैरियर के अवसर प्रदान करना है। इनमें दाखिले जेईई एडवांस्ड रैंकिंग सिस्टम के आधार पर होंगे।
– आईआईटी मंडी में जनरल इंजीनियरिंग बीटेक कोर्स में फंडामेंटल इंजीनियरिंग सिद्धांतों की समझ दी जाएगी। कोर्स के पहले दो वर्षों में मैकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, डेटा साइंस और कंप्यूटर साइंस के कोर्सेज को समझते हुए इंजीनियरिंग स्टडीज को जानेंगे। अंतिम दो सालों में एनर्जी इंजीनियरिंग, एडवांस मैनुफैक्चरिंग, ई-मोबिलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स, और अन्य उभरते क्षेत्र जैसे फैशन डिजाइन और प्रौद्योगिकी, एनिमेशन और प्रोडक्ट डिजाइन में अपने लक्ष्य को देखते हुए स्पेशलाइजेश का मौका मिलता है।
बीटेक इन मैथमेटिक्स एंड कप्यूटिंग में छात्रों को मैथमेटिक्स, कंप्यूटिंग और कम्प्यूटेशनल में ट्रेंड किया जाएगा। यह विश्लेषणात्मक और प्रोब्ल्म सोल्विंग स्किल्स विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा जिन्हें विज्ञान और इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों में लागू किया जा सकता है। यह कोर्स इंडस्ट्री, एकेडमिक और रिसर्च में नौकरी के मौके मुहैया कराएगा।
बीएस- आईआईटी मंडी का चार वर्षीय बीएस इन केमिकल साइंसेज कोर्स छात्रों को कार्बनिक, अकार्बनिक, भौतिक और सामग्री सहित केमिकल साइंस की प्रमुख शाखाओं में विशेषज्ञता देगा। इसमें विभिन्न इंजीनियरिंग, मानविकी विषयों जैसे कि कंप्यूटर विज्ञान, इंजीनियरिंग, कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, प्रबंधन और जर्मन भाषा अन्य का ज्ञान भी दिया जाता है। बीएस में छात्रों को शुरुआती लेवल पर ही रिसर्च का अवसर मिलेगा। इस कोर्स के स्नातकों के रसायन, दवा और प्रौद्योगिकी उद्योगों में प्लेसमेंट के अवसर होंगे। वे मास्टर (एमएस) कर रिसर्च में करियर बना सकते हैं। बीएस कार्यक्रम के लिए अवधि ऑप्शनल 1-वर्षीय एमएस के साथ चार वर्ष है।