Home Life Style Indira Ekadashi 2023: पितरों के लिए क्यों जरूरी है यह व्रत रखना? 2 शुभ योग में होगी विष्णु पूजा, जानें विधि, मुहूर्त और पारण समय

Indira Ekadashi 2023: पितरों के लिए क्यों जरूरी है यह व्रत रखना? 2 शुभ योग में होगी विष्णु पूजा, जानें विधि, मुहूर्त और पारण समय

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Indira Ekadashi 2023: पितरों के लिए क्यों जरूरी है यह व्रत रखना? 2 शुभ योग में होगी विष्णु पूजा, जानें विधि, मुहूर्त और पारण समय

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हाइलाइट्स

इंदिरा एकादशी का व्रत 10 अक्टूबर मंगलवार को रखा जाएगा.
सुबह 09 बजकर 13 मिनट से दोपहर 01 बजकर 35 मिनट के बीच इंदिरा एकादशी की पूजा कर सकते हैं.
इंदिरा एकादशी व्रत का पारण 11 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 19 मिनट से कर सकते हैं.

आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को इंदिरा एकादशी का व्रत रखा जाता है. आश्विन का कृष्ण पक्ष पितृ पक्ष के नाम से जाना जाता है और इसमें पितरों के लिए श्राद्ध, तर्पण आदि करते हैं. जिस व्यक्ति की आत्मा यमलोक या पितर लोक में कष्ट भोग रही होती है, उनकी मुक्ति के लिए इंदिरा एकादशी का व्रत रखना चाहिए. भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को इंदिरा एकादशी व्रत के महत्व को बताते हुए कहा था कि इंदिरा एकादशी का व्रत पितरों को अ​धोगति से मुक्ति दिलाने वाला है. इस व्रत को करने से व्यक्ति पाप मुक्त हो जाता है. उसे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और वह बैकुंठ में स्थान पाता है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि इंदिरा एकादशी व्रत कब है? इंदिरा एकादशी व्रत की पूजा विधि, मुहूर्त और पारण समय क्या है?

कब है इंदिरा एकादशी 2023?
पंचांग के अनुसार, इस साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरूआत 9 अक्टूबर दिन सोमवार को दोपहर 12 बजकर 36 मिनट से होगी. इस तिथि की समाप्ति 10 अक्टूबर दिन मंगलवार को दोपहर 03 बजकर 08 मिनट पर होगी. ऐसे में उदयाति​थि की मान्यता के अनुसार, इंदिरा एकादशी का व्रत 10 अक्टूबर मंगलवार को रखा जाएगा.

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साध्य और शुभ योग में इंदिरा एकादशी व्रत
इस साल की इंदिरा एकादशी साध्य और शुभ योग में है. व्रत वाले दिन साध्य योग प्रात:काल से लेकर सुबह 07 बजकर 47 मिनट तक है. उसके बाद से शुभ योग का प्रारंभ हो जाएगा, जो पूरे दिन है. ये दोनों ही मांगलिक कार्यों और पूजा पाठ के लिए अच्छे योग माने जाते हैं.

इंदिरा एकादशी 2023 पूजा का मुहूर्त क्या है?
इंदिरा एकादशी के दिन आप प्रात:काल से ही भगवान विष्णु की पूजा कर सकते हैं. इसके अलावा आप चाहें तो सुबह 09 बजकर 13 मिनट से दोपहर 01 बजकर 35 मिनट के बीच कभी भी इंदिरा एकादशी व्रत की पूजा कर सकते हैं. इसमें लाभ-उन्नति मुहूर्त सुबह 10:41 बजे से दोपहर 12:08 बजे तक है, जबकि अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त 12:08 बजे से दोपहर 01:35 बजे तक है.

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इंदिरा एकादशी 2023 व्रत पारण समय क्या है?
जो लोग इंदिरा एकादशी का व्रत रखेंगे, वे व्रत का पारण 11 अक्टूबर बुधवार को सुबह 06 बजकर 19 मिनट से सुबह 08 बजकर 39 मिनट के बीच कभी भी कर सकते हैं. इस दिन द्वादशी तिथि का समापन शाम 05 बजकर 37 मिनट पर होगा.

इंदिरा एकादशी व्रत की पूजा विधि
इंदिरा एकादशी के दिन आप व्रत और पूजा का संकल्प करें. फिर भगवान विष्णु की पूजा शुभ मुहूर्त में विधिपूर्वक करें. उनको अक्षत्, पीले फूल, पंचामृत, तुलसी के पत्ते, चंदन, धूप, दीप, नैवेद्य आदि अर्पित करें. ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें. इंदिरा एकादशी व्रत कथा को सुनें.

भगवान विष्णु से पितरों की मुक्ति के लिए प्रार्थना करें और इस व्रत के पुण्य फल को अपने पितरों को दान कर दें. इससे उनको अधोग​ति से मुक्ति मिलेगी. रात्रि के समय में जागरण करें. अगले दिन सुबह स्नान और दान के बाद पारण करें.

Tags: Dharma Aastha, Ekadashi, Indira ekadashi, Lord vishnu, Pitru Paksha

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