IPL 2023 में विराट कोहली अच्छी लय में नजर आ रहे हैं। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम भी इस सीजन अच्छा कर रही है। हालांकि उन्हें तीन मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है। लेकिन टीम के खिलाड़ी अच्छे फॉर्म में हैं। विराट कोहली ने पिछले दो मैचों में आरसीबी की कप्तानी भी की है। लेकिन इसी बीच विराट कोहली और उनकी टीम के सामने एक बड़ी मुसीबत आ खड़ी हुई है। आपको बता दे कि विराट की कप्तानी में आरसीबी ने अपने दोनों मुकाबले जीत हैं। लेकिन इस दौरान उन्होंने एक बहुच बड़ी भूल कर दी है जिसके कारण उनपर बैन का खतरा मंडरा रहा है।
विराट कोहली पर लग सकता है बैन
आईपीएल में खेले गए 27वें और 32वें मैच में विराट कोहली कप्तान के तौर पर आरसीबी के लिए खेल रहे थे। इस दौरान आरसीबी ने पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को हराया। लेकिन राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ आरसीबी की टीम ने धीमी ओवर गति के नियमों को तोड़ दिया। विराट कोहली की कप्तानी में ही इन नियमों को तोड़ा गया। इससे पहले फाफ डु प्लेसिस की कप्तानी में आरसीबी इस गलती को कर चुकी है। पहले मैच के लिए फाफ से 12 लाख और दूसरे मैच के लिए विराट कोहली से 24 लाख रुपये फाइन के तौर पर लिए जा चुके हैं। वहीं दु अगर अगले मैच में भी आरसीबी की टीम इन नियमों को तोड़ती है तो उनके कप्तान पर 30 लाख रुपये का जुर्माना और एक मैच का बैन लगाया जाएगा। फिर चाहे कप्तान विराट कोहली हो या फाफ डु प्लेसिस बैन तो लगेगा।
क्या होते हैं स्लो ओवर रेट के नियम
स्लो ओवर रेट के नियमों की बात करे तो, कोई गेंदबाजी कर रही टीम अगर अपने निर्धारित समय के अंदर अपने 20 ओवर नहीं कर पाती है तो इसका मतलब होता है कि उन्होंने इस नियम को तोड़ दिया है। आईपीएल में टीमों के पास 20 ओवर फेकने के लिए 90 मिनच का समय होता है। इसमें से 85 मिनट का खेल समय और प्रत्येक 150 सेकंड के दो स्ट्रेटेजिक टाइम आउट के लिए पांच मिनट का स्लॉट शामिल है। इस दौरान डीआरएस, इंजरी, आउट होने का समय नहीं शामिल होते हैं।
यदि कोई टीम आईपीएल के एक मैच में 20 ओवर गेंदबाजी करने के लिए 90 मिनट से अधिक समय लेती है, तो उनके कप्तान पर 12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाता है। दूसरी बार इस नियम को तोड़ने पर कप्तान को जुर्माने के रूप में 24 लाख रुपये का भुगतान करना होता है। साथ ही पूरे टीम के शेष 10 खिलाड़ियों पर भी इस बार जुर्माना लगाया जाता है। उनके लिए उन्हें अपने 6 लाख रुपये या मैच फीस का 25% पैसों को देना पड़ता है। कोई भी कप्तान, जो तीसरी बार इस गलती को करता है, तो एक मैच पर बैन के अलावा 30 लाख रुपये जुर्माने के रूप में देने पड़ते हैं।