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Israel War: इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है। इसी बीच इजरायल सरकार ने इस तबाही को ‘9/11’ करार दे दिया है। दरअसल, साल 2011 सितंबर में अल-कायदा ने अमेरिका में कई ठिकानों पर हमले किए थे। साथ ही फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन पर बुजुर्गों और बच्चों को निशाना बनाने के आरोप लगाए हैं। खबर है कि इस संघर्ष में अब तक 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
इजरायल की सेना के प्रवक्ता ने कहा, ‘यह हमारा 9/11 है।’ उन्होंने आरोप लगाए कि हमास इजरायल का विनाश चाहता है। प्रवक्ता ने कहा, ‘उन्होंने बुजुर्गों, आम नागरिकों और बच्चों को निशाना बनाया।’ एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान 600 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत हुई है और 400 घायल हुए हैं। जबकि, फिलिस्तीन में यह आंकड़ा 413 बताया जा रहा है।
इजरायल के अधिकारियों का कहना है कि हमास ने करीब 100 सैनिकों और आम नागरिकों का अपहरण कर लिया है। सेना के प्रवक्ता रिचर्ड हेच्ट ने कहा, ‘आतंकवादियों ने घरों में घुसकर तोड़फोड़ की और आम नागरिकों पर हमले किए। सैकड़ों की संख्या में शहर पर आक्रमण किया और अब भी सैकड़ों इजरायल में सैनिकों से लड़ रहे हैं।’
दरअसल, कुछ दिनों पहले ही हमास के लड़ाकों ने इजरायली शहरों और सैन्य ठिकानों पर रॉकेट दागे थे। इतना ही नहीं उन्होंने इजरायली नागरिकों को भी निशाना बनाया था। हमास चीफ हानियाह का कहना था कि उनका समूह ‘बड़ी जीत’ करीब था। जवाब में इजरायल ने भी गाजा पट्टी पर कई ठिकानों पर हमला कर दिया।
लगातार बढ़ते संघर्ष के बीच संयुक्त राष्ट्र भी सक्रिय हो गया है और बैठक बुलाई। एक ओर जहां अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडे ने इजरायल को समर्थन देने की बात कही है। वहीं, हिजबुल्लाह ने खुलकर हमास का साथ देने की बात कही है और दावा किया है कि उसने इजरायल के कई ठिकानों पर बड़ी संख्या में मिसाइल अटैक किए हैं।
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