Patna:
Bihar Political News: बिहार की नीतीश सरकार ने 12 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन अपना विश्वास मत जीत लिया. इसके साथ ही राज्य के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने मंगलवार यानी 13 फरवरी 2024 को राज्य का पहला बजट पेश करते हुए बिहार को कई शानदार सौगातें दी हैं. इस बीच जेडीयू के तीन विधायक डॉ. संजीव, सुदर्शन और मनोज यादव चर्चा में आ गए थे. तीनों विधायकों की नाराजगी सामने आ रही थी. वहीं इसको लेकर कई कयास भी लगाए जा रहे थे. इस बीच जेडीयू के नाराज विधायकों ने बुधवार को सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की. डॉ. संजीव, सुदर्शन और मनोज यादव से मुलाकात हुई। इस संबंध में डॉ. संजीव ने एक्स पर सीएम नीतीश से मुलाकात की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘कुछ मुद्दों को लेकर जो नाराजगी थी वह दूर हो गई है.
‘नाराजगी थी वो दूर हो गई’ – डॉ. संजीव
आपको बता दें कि सीएम नीतीश से मुलाकात के बाद जेडीयू विधायक डॉ. संजीव ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि, ”आज 1 अणे मार्ग में माननीय मुख्यमंत्री से मुलाकात हुई और लंबी बातचीत हुई. कुछ मुद्दों को लेके जो नाराजगी थी वो दूर हो गई.”
JDU विधायक ने दर्ज कराई प्राथमिकी
इसके साथ ही आपको बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के एक विधायक ने अपनी पार्टी के एक सहयोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि, ”विश्वास मत से पहले राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले ”महागठबंधन” में जाने के लिए उन्हें 10 करोड़ रुपये की रिश्वत और मंत्री पद की पेशकश की गई थी.” वहीं हरलाखी विधानसभा सीट से विधायक सुधांशु शेखर ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि, ”पूरे प्रकरण में परबत्ता विधानसभा सीट से जेडीयू विधायक डॉ संजीव कुमार की भूमिका संदिग्ध है. वह (संजीव) पार्टी विधायकों को आरजेडी के पक्ष में वोट देने के लिए प्रलोभन दे रहे थे.”
डॉ. संजीव और सुधांशु शेखर होंगे आमने-सामने
वहीं, आपको बता दें कि इस प्रकरण पर डॉ. संजीव ने कहा कि, ”बिचारे सुधांशु शेखर जी क्या कर सकते हैं. वह भी परेशान हैं. हमारे दल में दो-तीन चिरकुट लोग हैं जो उनको प्रेशर दे करके एफआईआर करवा दी.” हालांकि इस बयान में उन्होंने किसी का नाम नहीं बताया.