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Karnataka Exit Polls 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान 13 मई को होने वाला है। बुधवार को हुए मतदान के बाद शाम को तमाम न्यूज चैनलों के एग्जिट पोल्स भी सामने आ गए। ज्यादातर में कांग्रेस बहुमत के करीब या फिर उसको पार करती दिख रही है। उधर, बीजेपी दो ही एग्जिट पोल में सरकार बनाती दिखी है। यदि एग्जिट पोल तीन दिनों के बाद चुनावी नतीजों में कन्वर्ट होते हैं और कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनती है तो यह भगवा दल के मिशन 2024 के लिए किसी करारे झटके से कम नहीं होने वाला है। दक्षिण भारत में बीजेपी पहले से ही कमजोर मानी जाती रही है और अब इकलौते राज्य कर्नाटक जहां पर उसकी सरकार है, वहां से भी जाती हुई प्रतीत हो रही है। ऐसे में अब उसपर साउथ में जीरो पर सिमटने का खतरा बन गया है।
दक्षिण में बीजेपी की क्या स्थिति?
वर्तमान समय में भाजपा की पकड़ उत्तर, पूर्वी भारत में काफी है, लेकिन उसकी तुलना में दक्षिण बेहतर स्थिति में नहीं है। दक्षिण भारत बीजेपी के लिए चुनाव के हिसाब से हमेशा से ही सिरदर्द की तरह बना रहा है। केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक आदि में बीजेपी पैर पसारने की लंबे समय से कोशिश में जुटी है, लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिल रही है। केरल में जहां सीपीआईएम की सरकार है तो आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर सरकार है। तेलंगाना में केसीआर मुख्यमंत्री हैं। तमिलनाडु की बात करें तो यहां डीएमके की सरकार है और स्टालिन सीएम हैं। कुल मिलाकर कर्नाटक ही प्रमुख प्रदेश है, जहां पर अभी बीजेपी सत्ता में थी, लेकिन एग्जिट पोल में वह उसे भी गंवाती नजर आ रही है।
लोकसभा चुनाव में दक्षिण भारत पर बीजेपी की नजर
साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में अब एक साल का समय भी ठीक से नहीं बचा है। इस बार पंजाब में जेडीयू, महाराष्ट्र में शिवसेना, पंजाब में अकाली दल आदि जैसे सहयोगी एनडीए का हिस्सा नहीं है, जिससे लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लगने की अटकलें हैं। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल में भी बीजेपी ने पिछली बार काफी अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से हार के बाद फिर से पिछला लोकसभा वाला प्रदर्शन दोहराना बीजेपी के लिए काफी मुश्किल माना जा रहा है। इन्हीं सीटों की भरपाई के लिए बीजेपी दक्षिण में अपनी पैठ को मजबूत करके करना चाह रही है। इसी कड़ी में उसने दक्षिण के कई नेताओं को भी पार्टी में शामिल किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी, आंध्र के पूर्व सीएम किरण कुमार रेड्डी समेत कई नेताओं ने जब बीजेपी ज्वाइन की, तभी साफ हो गया कि अब भगवा दल की नजर दक्षिण पर है। इसके अलावा, काशी तमिल संगमम जैसे कार्यक्रमों के जरिए भी बीजेपी दक्षिण के वोटर्स को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश में है।
किस एग्जिट पोल में किसे कितनी सीटें?
बुधवार शाम को सामने आए तमाम एग्जिट पोल में बीजेपी को दूसरे नंबर की पार्टी बताया गया है। आजतक एग्जिट पोल में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत के साथ 122-140 सीटें दी गई हैं, जबकि बीजेपी को 62-80 सीटें। टुडेज चाणक्य ने कांग्रेस को 120 और बीजेपी को 92 सीट दी है। एबीपी न्यूज के एग्जिट पोल में कांग्रेस 100-112 और बीजेपी 83-95 सीटें जीतती हुई दिखाई दे रही है। टीवी 9 भारतवर्ष के एग्जिट पोल के अनुसार, कांग्रेस को 99-109 सीटें और बीजेपी केा 88-98 सीटें मिलती दिख रही हैं। हालांकि, दो सर्वे ऐसे भी हैं, जहां पर बीजेपी के बहुमत के आंकड़े के छूने की संभावना दिखाई गई है। एशियानेट के अनुसार, बीजेपी को 94-117 सीटें, कांग्रेस को 91-106 सीटें मिलने की उम्मीद है। न्यूज नेशन के अनुसार, बीजेपी को 114, कांग्रेस को 86 सीटें मिल सकती हैं।