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केदारनाथ मंदिर देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। केदारनाथ उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित है। ये मंदिर हिमालय में लगभग 3,583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। उत्तराखंड राज्य में ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। इस साल केदारनाथ यात्रा के कपाट 25 अप्रैल, 2023 को खुल गए है। वहीं धाम के कपाट 14 नवंबर, 2023 को बंद हो जाएंगे।
केदारनाथ मंदिर का दुनिया भर के पर्यटकों के लिए बहुत महत्व है। हालांकि इस साल खराब मौसम की वजह से हजारों तीर्थयात्रियों को पवित्र मंदिर की ओर से लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। उत्तराखंड सरकार ने भी तीर्थ यात्रा मार्ग पर अत्यधिक बर्फबारी के कारण तीर्थयात्री पंजीकरण आवेदन स्वीकार करना बंद कर दिया है। अगर आप यहां केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए जा रहे हैं तो सरकार के कुछ नियमों और बातों को जान लें।
क्या है उत्तराखंड सरकार के नियम
उत्तराखंड सरकार ने एक नोटिस जारी कर केदारनाथ धाम में हाल ही में हुई बारिश और बर्फबारी के कारण श्रद्धालुओं को यात्रा को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है। इसके अलावा सरकार का कहना है कि मौसम को देख कर ही यात्रा शुरू करें। यात्री अपनी यात्रा शुरू करते ही निकटतम स्वास्थ्य केंद्र भी जा सकते हैं और यात्रा के दौरान स्वास्थ्य बिगड़ने पर डॉक्टर से जांच करा सकते हैं। इसके अलावा यह सलाह दी जाती है कि यात्री पवित्र मंदिर की यात्रा के दौरान अपने शरीर को अल्पाइन मौसम के अनुकूल बनाएं। अगर आपको समस्या हो रही है, तो यात्रा करने से पहले थोड़ी देर आराम करें।
इन बातों का रखें ध्यान
1) यह सलाह दी जाती है कि तीर्थ यात्रा के लिए निकलने से पहले रोजाना पांच से दस मिनट सांस लेने की व्यायाम और आधे घंटे की सैर करें।
2) हेल्थ चेकअप करें और डॉक्टर की अनुमति के बिना ट्रेक पर न जाएं।
3) तीर्थयात्रियों को कम से कम सात दिनों तक पहाड़ी राज्यों में रहने की सलाह दी जाती है ताकि उनका शरीर मौसम के मुताबिक हो सकें।
4) अपने साथ छाता, रेनकोट, गर्म कपड़े लेकर जाएं। साथ ही यात्रा पर जाने से पहले पौष्टिक खाना खाने की सलाह दी जाती है।
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