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NEET medical exam: किसी भी काम में अगर आप अपना 100 फीसदी देंगे तो आप सफल होने से कोई रोक नहीं सकता है। ओडिशा के स्वयं शक्ति त्रिपाठी इस बात का एक परफेक्ट उदाहरण हैं। इन्होंने मेडिकल कॉलेजों में हुई नीट परीक्षा में ऑल इंडिया में 8वीं रैंक हासिल की है। पर्सेंटाइल की बात करें तो इनके 99.9 प्रतिशत अंक नीट में आए हैं। नीट देश के कठिन एंट्रेंस एग्जाम में से एक है। हर साल मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने के लिए और डॉक्टर बनने की चाह में लाखों उम्मीदवार एग्जाम देते हैं और दूसरे और तीसरी बारी में परीक्षा में सफल हो पाते हैं।
लेकिन यहां हम स्वंय की बात उनके स्कोर के लिए नहीं बल्कि उनके मेहनत को लेकर कर रहे हैं। कोई स्टूडेंट एग्जाम क्रैक करने के लिए 5 घंटे, 6 घंटे पढ़ता है, लेकिन स्वंय ने रोज 13 घंटे की पढ़ाई की है।
स्वंय ने साईं इंटरनेशनल स्कूल से अपनी स्कूलिंग की है। ओडिशा यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च में इनके पिता प्रोफेसर हैं और इनकी मां एक हाउसवाइफ हैं। स्वंय की तैयारी की बात करें तो वे रोज 12-13 घंटे पढ़ाई करते थे। स्वंय ने नीट यूजी कोचिंग के लिए 11वीं क्लास से तैयारी की थी और एनसीईआरटी की किताबों और कोर्स मैटेरियल से अपनी पढ़ाई की। स्वंय कहते हैं कि उनका मुख्य लक्ष्य नीट एग्जाम को पास करना नहीं, अच्छी रैंक लाना था, क्योंकि उन्होंने बहुत मेहनत की थी।