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NEET PG , MBBS , FMGE : देशभर में एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा नेक्स्ट ( NeXT – नेशनल एग्जिट टेस्ट ) को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल नोटिस फर्जी है। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने एक नोटिस जारी यह सूचना दी है। दरअसल, नेशनल एग्जिट टेस्ट की तारीखों को लेकर सोशल मीडिया पर एक नोटिस वायरल हो रहा है। इस नोटिस में लिखा था कि इस बार नेशनल एग्जिट टेस्ट की परीक्षा एम्स दिल्ली कराएगा और इसमें परीक्षा की तारीख भी बताई गई थी। कई डॉक्टरों ने इस नोटिस को सच मानकर सोशल मीडिया साइटों पर साझा कर दिया था, लेकिन राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने इसे फर्जी नोटिस बताया है। आयोग ने लिखा है कि किसी भी आधिकारिक जानकारी के लिए छात्र आयोग की वेबसाइट www.nmc.org.in देखते रहें।
फर्जी नोटिस में दावा किया गया था कि नेक्स्ट पार्ट 1 एग्जाम का आयोजन एम्स करेगा। परीक्षा का शेड्यूल जारी होने के एक माह बाद एग्जाम शुरू होंगे।
जानें क्या है नेक्स्ट परीक्षा, कैसे इसमें मर्ज हो जाएंगी तीन परीक्षाएं
नेशनल एग्जिट टेस्ट (नेक्स्ट) शुरू होने के बाद एमबीबीएस छात्रों को फाइनल ईयर की परीक्षा नहीं देनी होगी। उन्हें नेक्स्ट परीक्षा में बैठना होगा। इसी टेस्ट की मेरिट के आधार पर पीजी में प्रवेश के लिए भी मेरिट बनेगी। यानी नीट पीजी ( NEET PG ) की जरूरत नहीं रहेगी। नीट पीजी को खत्म कर दिया जाएगा। तीसरे जो छात्र विदेशों से मेडिकल की डिग्री लेकर आते हैं, उन्हें अभी अलग से एक टेस्ट ( FMGE – फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स एग्जामिनेशन ) पास करना होता है, लेकिन भविष्य में उन्हें भी नेक्स्ट में ही बैठना होगा। विदेश से एमबीबीएस करने वाले छात्रों को FMGE परीक्षा की जगह भारतीय एमबीबीएस छात्रों के साथ नेक्स्ट परीक्षा देनी होगी। इस प्रकार कुल तीन परीक्षाएं नेक्स्ट में समाहित हो जाएंगी।
ड्राफ्ट के मुताबिक नेक्स्ट दो अलग अलग चरणों में आयोजित किया जाएगा जिन्हें स्टेप्स कहा जाएगा। नेक्स्ट स्टेप – 1 में मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन पूछे जाएंगे। यह थ्योरिटिकल होगा। यह सीबीटी ऑनलाइन मोड में होगा। वहीं नेक्स्ट-2 के आयोजन में प्रैक्टिकल/ क्लिनिकल सवाल आएंगे। यह वायवा वोस एग्जाम होगा। ड्राफ्ट के मुताबिक नेक्स्ट-1 में स्टूडेंट्स को कम से कम 50 प्रतिशत अंक हासिल करने होंगे। इसके बाद ही छात्र देश में प्रैक्टिस और पीजी एंट्रेंस के लिए पात्र होंगे। इसके साथ ही छात्रों को नेक्स्ट 2 भी क्लियर करना होगा।
साल में एक बार यह परीक्षा आयोजित होगी। नेक्स्ट-1 और नेक्स्ट-2 में अटेम्प्ट की सीमा तय नहीं की गई है।