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MBBS: एसकेएमसीएच सहित अन्य मेडिकल कॉलेजों में इस वर्ष एमबीबीएस कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्रों को अपराध की छानबीन में मेडिकल सांइस के इस्तेमाल की बारीकियां भी सिखाई जाएंगी। नेशनल मेडिकल कमीशन ने सत्र 2023 से शुरू हो रहे पाठ्क्रम में इसे लागू किया है। छात्रों को एमबीबीएस करने के दौरान ही फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग मेडिको लीगल करना सिखाएगा। श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य प्रो.आभा रानी सिन्हा ने बताया कि नेशनल मेडिकल कमीशन ने इस सत्र के पाठ्यक्रम में कई बदलाव किए हैं। मेडिकल छात्रों को स्किल्ड बनाने पर विशेष जोर है। इसलिए उन्हें पढ़ाई के दौरान ही कई चीजें सिखाई जाएंगी। नये पाठ्क्रम के लिए सभी विभागाध्यक्षों और शिक्षकों को जानकरी दे दी गई है।
छात्र जानेंगे जहर खाने के केस की कैसें करें तफ्तीश एमबीबीएस छात्रों को मेडिको लीगल में बताया जाएगा कि जहर खाने वाले केस और दवा के ओवरडोज से हुई मौत की गुत्थी को कैसे सुलझाएं। इसके लिए उन्हें कई केस स्टडी भी दिए जाएंगे। इसके अलावा उन्हें मेडिको लीगल की आधारभूत चीजों की जानकारी पढ़ाई के दौरान दी जाएगी।
लैंगिंग अपराध की जांच भी सिखायी जाएगी नेशनल मेडिकल कमीशन ने कहा है कि छात्रों को मेडिको लीगल के तहत लैंगिंक अपराध को सुझलाने के तरीके बताए जाएंगे।
नये कोर्स में छात्रों को मेडिको लीगल में दस्तावेज तैयार करना और पोस्टमार्टम करना भी बताया जाएगा। इन सबके साथ एमबीबीएस छात्रों को मेडिको लीगल के एथिक्स भी सिखाये जाएंगे।
सामान्य व असामान्य मौत का अंतर जानेंगे
छात्रों को सामान्य और असमान्य मौतों के बीच अंतर करना भी बताया जाएगा। नेशनल मेडिकल कमीशन ने मेडिकल कॉलेजों के शिक्षकों को निर्देश दिया है कि वह छात्रों को मेडिको लीगल की महत्ता के बारे में सही से जानकारी दें, ताकि पढ़ाई के बाद कोई परेशानी नहीं रहे।
बीमारी के सामाजिक कारणों की करेंगे पड़ताल
एमबीबीएस छात्र बीमारी के सामाजिक कारणों की पड़ताल करना भी सिखेंगे। कम्युनिटी मेडिसिन के तहत छात्रों को ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में किस तरह की बीमारियां फैल रही हैं, यह किस समाज के लोगों में अधिक फैल रही हैं, इसका भी अध्ययन करेंगे। छात्रों को पोषण की कमी से होने वाले बीमारियों के बारे में बताया जाएगा।