Home National MLAs के कटेंगे टिकट, शिवराज सिंह चौहान के लिए भी संदेश; कैसे अमित शाह बढ़ा गए MP का पारा

MLAs के कटेंगे टिकट, शिवराज सिंह चौहान के लिए भी संदेश; कैसे अमित शाह बढ़ा गए MP का पारा

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MLAs के कटेंगे टिकट, शिवराज सिंह चौहान के लिए भी संदेश; कैसे अमित शाह बढ़ा गए MP का पारा

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मध्य प्रदेश का चुनावी मैदान तैयार है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को राज्य में पहुंचकर भारतीय जनता पार्टी की तैयारियों पर भी मुहर लगा दी। इसके साथ ही अब अटकलें लगने लगी हैं कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के स्थान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव का मुख्य चेहरा होने जा रहे हैं। हालांकि, अब तक पार्टी के किसी नेता ने आधिकारिक तौर पर इसे लेकर कुछ नहीं कहा है।

यहां से मिले संकेत!

खबर है कि अगले मुख्यमंत्री के सवाल पर शाह का जवाब था, ‘आप पार्टी के काम में क्यों पड़ रहे हैं? यह पार्टी का काम है और हम तय करेंगे।’ न्यूज18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चौहान के नाम का भी कम ही जिक्र आया। इसके अलावा आयोजन स्थल पर भी राज्य का ‘रिपोर्ट कार्ड’ पेश करने के दौरान बड़े नेताओं के मुकाबले पीएम मोदी की तस्वीरों की खासी मौजूदगी रही।

क्या शिवराज सिंह चौहान नहीं होंगे सीएम चेहरा?

रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा आलामान ने प्रचार में सीएम चौहान के चेहरे का इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया है। कहा जा रहा है कि पीएम मोदी के नाम के गाने और अन्य प्रचार सामग्री भी जल्दी प्रदेश में आने वाली है।

क्या हैं कारण

कहा जा रहा है कि प्रचार में सीएम चौहान का चेहरा नहीं शामिल करने की बड़ी वजह प्रदेश इकाई में गुटबाजी है। रिपोर्ट में एक भाजपा नेता के हवाले से बताया गया, ‘मोदी एक चेहरा हैं, जो केंद्र और प्रदेश इकाई को एकजुट करते हैं और उनके लिए काम कर सभी खुश होंगे।’ जुलाई में एमपी पहुंचे शाह ने साफ कर दिया था कि पार्टी को एक इकाई के तौर पर ही चुनाव लड़ना होगा।

दूसरी वजह पीएम मोदी के नाम के जरिए पार्टी राज्य में लोकसभा चुनाव की तैयारियों में भी रफ्तार लाने की तैयारी कर रही है। शाह ने भी आंकड़ों के जरिए केंद्र की तरफ से एमपी को मिले योगदान का जिक्र किया था। तीसरी, वजह सत्ता विरोधी लहर है, जहां पार्टी कोई भी जोखिम उठाने के मूड में नहीं है।

रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा युवा नेताओं और कैडर को मौका देना चाहती है। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कई मौजूदा विधायकों को इस बार टिकट नहीं मिलेंगे। साथ ही पीएम मोदी अगर चेहरा रहेंगे, तो बगावत की संभावनाओं पर भी अंकुश लगाया जा सकेगा। इसके अलावा चौहान की अगुवाई में इस बात की संभावनाएं बढ़ जाती हैं कि असंतुष्ट नेता अपने पूर्व क्षेत्रों में पार्टी को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

चौहान ही होंगे सीएम?

रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया है कि पीएम मोदी को चेहरा बनाकर पार्टी चौहान के नाम पर दांव नहीं खेलने जा रही है। भाजपा के सूत्र ने कहा, ‘यह पहले से तय है। पार्टी सीएम शिवराज सिंह चौहान के नाम के साथ आगे बढ़ने का तरीका नहीं बदलेगी।’ दरअसल, आमतौर पर भाजपा सीएम के चेहरे के साथ ही विधानसभा चुनाव में उतरती है।

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