ऐप पर पढ़ें
When monsoon will end in India 2023: कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश का तोहफा देकर दक्षिण पश्चिम मॉनसून विदा ले रहा है। राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों से 25 सितंबर यानी सोमवार से ही मॉनसून की वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। अब संभवनाएं जताई जा रही हैं कि सितंबर के अंत तक मॉनसून पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों को अलविदा कह सकता है। हालांकि, बिहार, झारखंड समेत कई हिस्सों में कुछ दिन और बारिश होने के आसार हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को बताया है कि देश के उत्तर पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य हिस्सों में अगले दो-तीन दिनों में मॉनसून वापसी के लिए हालात अनुकूल बनते नजर आ रहे हैं। साथ ही विभाग ने पूर्वी भारत में 29 सितंबर से बारिश का नया दौर शुरू होने की संभावनाएं जताई हैं।
वेदर एजेंसी स्काइमेट वेदर का कहना है कि अगले 24 घंटों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम राजस्थान में बारिश के आसार नहीं हैं। साथ ही शुष्क मौसम 29 सितंबर तक पूर्वी राजस्थान के अलावा पश्चिम मध्य प्रदेश और पश्चिम उत्तर तक पहुंच जाएगा। ऐसे में माना जा रहा है कि 30 सितंबर तक भारत के इन हिस्सों से मॉनसून विदा लेने के लिए तैयार हैं।
यहां लगेगा समय
एजेंसी का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में अक्टूबर की शुरुआत में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के चलते उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में मॉनसून की वापसी टल सकती है। साथ ही छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश में भी अक्टूबर के पहले सप्ताह तक ऐसी स्थिति बन सकती है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि जल्दी गुजरात से भी मॉनसून की विदाई का दौर शुरू हो जाएगा।
क्यों जरूरी है दक्षिण पश्चिम मॉनसून की विदाई
स्काईमेट के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मॉनसून के जाने में इस साल देरी की संभावनाएं कम ही हैं। कहा जाता है कि देश में पूर्वोत्तर मॉनसून की दस्तक से पहले ही दक्षिण पश्चिम मॉनसून का जाना जरूरी है। साल 2022 में पूर्वोत्तर मॉनसून ने 29 अक्टूबर को दस्तक दी थी। आमतौर पर 20 अक्टूबर को पूर्वोत्तर मॉनसून का आगमन माना जाता है।
आने वाले दिनों में यहां होगी बारिश
IMD के मुताबिक, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक, केरल, माहे, आंतरिक कर्नाटक, कोंकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में बारिश की संभावनाएं हैं।