ऐस्टरॉइड खतरे से पृथ्वी की सुरक्षा के इस तरह के पहले परीक्षण में स्पेसक्राफ्ट ने बड़े खगोलीय पिंड को काफी हद तक अपने रास्ते से भटका दिया था। हबल स्पेस टेलीस्कोप से ली गई तस्वीरों से पता चलता है कि टक्कर से एक मीटर से लेकर सात मीटर तक के 37 पत्थर बाहर निकले जो अब ब्रह्मांड में तैर रहे हैं। वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में अनुमान लगाया कि ये लगभग दो प्रतिशत पत्थर हो सकते हैं जो पहले से ही ऐस्टरॉइड की सतह पर बिखरे हुए थे।
क्या धरती के लिए खतरनाक मलबा?
खोज से पता चलता है कि पृथ्वी की ओर बढ़ रहे इंसानों के लिए खतरनाक ऐस्टरॉइड्स को मोड़ने वाले संभावित भविष्य के मिशन हमारी दिशा में भी पत्थर फेंक सकते हैं। लेकिन इन चट्टानों से पृथ्वी को कोई खतरा नहीं है क्योंकि मुश्किल से ये कुछ दूर ही जा सकती हैं। हबल ने एक बयान में कहा कि ये पत्थर डिमोर्फोस से लगभग एक किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दूर जा रहे हैं। ये पत्थर इतनी धीमी गति से आगे बढ़ रहे हैं कि यूरोपियन स्पेस एजेंसी का हेरा मिशन, जो टक्कर की जांच के लिए 2026 के अंत में ऐस्टरॉइड पर पहुंचने वाला है, भी इन्हें देखने में सक्षम होगा।
ऐस्टरॉइड पर 50 मीटर का गड्ढा
लॉस एंजिल्स में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के प्लैनेटरी साइंटिस्ट और अध्ययन के प्रमुख लेखक डेविड जेविट ने कहा, ‘हेरा के पहुंचने पर पत्थरों का मलबा बिखर रहा होगा।’ उन्होंने कहा, ‘यह बहुत धीरे-धीरे फैलने वाले मधुमक्खियों के झुंड की तरह है। ये पत्थर हमारे सौर मंडल के अंदर अब तक खींची गई सबसे धुंधली चीजों में से हैं। जेविट के अनुसार, पत्थरों के फैलाव से संकेत मिलता है कि DART ने डिमोर्फोस पर लगभग 50 मीटर (160 फीट) चौड़ा गड्ढा किया है जबकि पूरा क्षुद्रग्रह 170 मीटर चौड़ा है।