
National Farmers Day 2022: आज देश में आज राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जा रहा है। भारत में 23 दिसंबर का दिन किसानों को समर्पित किया गया है। दरअसल आज किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती भी होती है इसलिए यह दिन भारत में किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है। चौधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1902 को हुआ था। साल 2001 में चौधरी चरण सिंह के सम्मान में हर साल 23 दिसंबर को किसान दिवस मनाने का फैसला किया था। भारत को किसानों का देश कहा जाता है और आजादी के बाद देश के विकास में उनकी बेहद महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
आज का दिन देश के अन्नदाता किसान वर्ग के प्रति आभार प्रकट करने का दिन है। इस दिन को किसान दिवस के तौर पर मनाने का मकसद किसानों के उत्थान, आर्थिक विकास में उनके अहम योगदान, उनकी समस्याओं जैसे मुद्दों पर सबका ध्यान खींचना है। यह दिन लोगों को किसानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों के बारे में शिक्षित करने का काम करता है। इस दिन कृषि क्षेत्र व किसानों के विकास जैसे विषयों पर विभिन्न कार्यक्रमों वे सेमिनार का आयोजन होता है। देश भर के किसानों को प्रोत्साहित किया जाता है।
देश के 5वें पीएम चौधरी चरण सिंह जुलाई 1979 से जनवरी 1980 तक प्रधानमंत्री रहे। वह अपने जीवन में हमेशा किसानों के कल्याण के लिए काम करते रहे। पीएम रहते किसानों के हित में उन्होंने कई अहम कदम उठाए। ग्रामीण और कृषि विकास के समर्थक होने के नाते उन्होंने भारत में योजना के केंद्र में कृषि को रखने के लिये निरंतर प्रयास किए।
उन्होंने साहूकारों से किसानों को राहत देने के लिये ऋण मोचन विधेयक 1939 को बनाने में अहम रोल अदा किया। उन्होंने 1949 विधानसभा में कृषि उत्पादन बाजार विधेयक पेश किया। वह 1952 में कृषि मंत्री बने। 1953 में जमींदारी प्रथा को समाप्त कर दिया।उन्होंने भूमि जोत अधिनियम, 1960 को लाने में अहम भूमिका निभाई, जिसका मकसद पूरे राज्य में भूमि जोत की सीमा को कम करना था ताकि इसे एक समान बनाया जा सके। 23 दिसंबर 1978 को किसान ट्रस्ट की स्थापना की।