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Nationalist Congress Party – Sharadchandra Pawar: एनसीपी का नाम और चुनाव चिह्न छिनने के बाद शरद पवार गुट को चुनाव आयोग ने आज शाम तक का वक्त देते हुए तीन नाम और तीन चुनाव चिह्न के ऑप्शन मांगे थे। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि शरद गुट ने पोल पैनल के आदेश पर नई पार्टी के लिए नाम और निशान के सुझाव दे दिए। जिसमें शरद पवार गुट का नया नाम फाइनल हो गया है। इससे पहले नामों में शरद स्वाभिमानी, शरद पवार कांग्रेस जैसे नाम दिए हैं। वहीं, प्रतीक के रूप में शरद गुट ने चाय का कप, उगता सूरज और सूरजमुखी का फूल के ऑप्शन दिए थे।
इससे एक दिन पहले 6 फरवरी को चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट को तगड़ा झटका देते हुए असली एनसीपी अजीत पवार गुट के हवाले कर दिया। आयोग के मुताबिक, पिछले 6 महीने में 10 बार की सुनवाई के बाद पोल पैनल ने यह फैसला लिया। हालांकि फैसले के बाद शरद पवार गुट ने तीखी प्रतिक्रिया दी और चुनाव आयोग की कड़ी आलोचना की। शरद पवार गुट इस प्रकरण पर सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगा चुका है। जवाब में अजीत पवार गुट भी सुप्रीम कोर्ट में कैविएट याचिका दायर कर चुका है।
शरद गुट ने क्या नाम और चिह्न सुझाए थे
शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग को अपनी पार्टी के लिए तीन नाम और प्रतीक सौंपे थे। चुनाव आयोग ने शरद गुट को आज शाम पांच बजे तक का वक्त दिया था। सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार के गुट ने जो नाम प्रस्तावित किए थे, उसमें शरद पवार कांग्रेस, एमआई राष्ट्रवादी, शरद स्वाभिमानी और तीन प्रतीक के रूप में- ‘चाय का कप’, ‘सूरजमुखी’ और ‘उगता सूरज’के सुझाव दिए थे। चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट को नया नाम दे दिया है- NCP-शरदचंद्र पवार।
आयोग के फैसले से अजीत गुट में खुशी की लहर
उधर, चुनाव आयोग के फैसले पर जहां शरद गुट ने कड़ी आपत्ति जताई है तो वहीं, अजीत पवार गुट ने फैसले का स्वागत किया है। गौरतलब है कि अजीत पवार पिछले साल जुलाई में एनसीपी के अधिकांश विधायकों के साथ भाजपा और शिंदे गुट की शिवसेना के साथ गठबंधन में चले गए थे और महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम का पदभार ग्रहण किया था।