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NEET 2023 BDS:स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के राजकीय दंत महाविद्यालयों में नामांकन व अन्य शुल्क तय कर दिया है। बिहार में अभी पटना डेंटल कॉलेज और रहुई डेंटल कॉलेज संचालित है। पटना डेंटल कॉलेज के लिए पहले से ही फीस तय थी। रहुई डेंटल कॉलेज खुलने के कारण विभाग ने नए सिरे से डेंटल कॉलेज की फी तय की है। डेंटल कॉलेजों के लिए निर्धारित यह शुल्क अकादमिक सत्र 2023-24 से प्रभावी होगा। विभाग के संयुक्त सचिव सुधीर कुमार की ओर से इस बाबत संकल्प जारी किया गया है।
अधिसूचना में कहा गया है कि सरकार का मकसद राज्य के मेधावी छात्रों के राज्य से बाहर के चिकित्सा शिक्षा की पढ़ाई हेतु पलायन को रोकना, जनसंख्या चिकित्सक अनुपात को कम करने व राज्य में रोगियों को बेहतर चिकित्सा सेवा मुहैया कराना है। इसके लिए राज्य के दंत चिकित्सा महाविद्यालयों में सस्ती चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध कराई जाती है। इसी क्रम में विभाग ने स्नातक व स्नात्तकोत्तर पाठ्यक्रमों में नामांकन व अन्य शुल्कों का निर्धारण किया है।
स्नातक में नामांकन शुल्क 1000
स्नातक पाठ्यक्रम में एडमिशन फी के तौर पर एक हजार रुपए लिए जाएंगे। इसके अलावा ट्यूशन फी के तौर पर नौ हजार प्रति वर्ष के अनुसार साढ़े चार वर्ष पैसे लिए जाएंगे। जबकि हॉस्टल फी के तौर पर 12 हजार वार्षिक, कॉशन मनी के तौर पर दस हजार एक बार, इलेक्ट्रिसिटी चार्ज के तौर पर 12 सौ वार्षिक, मैगजीन सोसाईटी के तौर पर 500 रुपए वार्षिक, कॉलेज एक्टिविटी के तौर पर दो हजार एक बार, स्टूडेंट वेलफेयर फंड के तौर पर पांच हजार एक बार और स्टूडेंट यूनियन फंड के रूप में सौ रुपए एक बार लिए जाएंगे।
पीजी पाठ्यक्रम का भी फीस तय
वहीं स्नात्तकोत्तर एवं सुपरस्पेशियलिटी पाठ्यक्रमों में पीजी डिग्री में चार हजार व पीजी डिप्लोमा में एडमिशन फी दो हजार एक बार लिए जाएंगे। सुपरस्पेशियलिटी पाठ्यक्रम के लिए एडमिशन फी पांच हजार एक बार लिए जाएंगे। ट्यूशन फी के तौर पर नौ हजार वार्षिक, हॉस्टल फी के तौर पर 12 हजार वार्षिक, कॉशन मनी के तौर पर दस हजार एक बार, इलेक्ट्रिसिटी चार्ज के रूप में 12 सौ वार्षिक, मैगजीन सोसाईटी के तौर पर एक हजार वार्षिक और स्टूडेंट वेलफेयर फंड के तौर पर पांच हजार एक बार लिए जाएंगे।